नईदिल्ली, १5 जनवरी । मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में स्नान के बाद जूते, अन्न, तिल, गुड़, गरम वस्त्र, कंबल दान करने से शनि और सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन सबसे पहले गंगा या फिर किसी पवित्र नदी में स्नान करें। यदि आप गंगा स्नान नहीं कर पा रहे हैं तो घर पर ही नहाने के पानी में तिल और गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद दान करें। इससे ग्रह-दोष दूर होते हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर भक्त हरिद्वार पहुंचे। यहां बड़ी संख्या में भक्तों ने हर की पौड़ी पर गंगा जी में डुबकी लगाई। वहीं, भक्त बड़ी संख्या में वाराणसी के गंगा घाट भी पहुंचे, जहां उन्होंने हर-हर गंगे का जयकारा लगाकर स्नान किया। पश्चिम बंगाल के गंगासागर में भक्तों ने मकर संक्रांति के अवसर डुबकी लगाई और हर-हर गंगे का जयकारा लगाया। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी चढ़ाई। मकर संक्रांति के अवसर पर किसी पवित्र नदी में स्नान और दान करने की परंपरा है। इस दिन गंगा नदी में स्नान के बाद दान करने से साधक के लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं। साथ ही पिछले जन्म के बुरे कर्मों से निजात मिलती है और जीवन सुखमय होता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से 10 अश्वमेध यज्ञ और 1000 गाय दान करने के समान पुण्य फल मिलता है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति की बधाई दी है। एक संदेश में सीएम योगी ने कहा कि आज मकर संक्रांति का शुभ अवसर है। मैं सभी भक्तों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देता हूं… यह देश भर में विभिन्न रूपों और नामों से मनाया जाता ।