
मुंबई। मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि इस बार मानसूनी वर्षा सामान्य से 20 प्रतिशत कम रही है। कुछ दक्षिणी राज्यों को छोडक़र लगभग सभी क्षेत्रों में इस बार कम बारिश हुई है।मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोयाबीन, कपास, गन्ना और दालों की खेती वाले मध्य भारत में बारिश की कमी 29 प्रतिशत हो गई है, जबकि धान की खेती वाले दक्षिणी क्षेत्र में मानसून के समय से पहले आने के कारण सामान्य से 17 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।पूर्वोत्तर में सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है और उत्तर-पश्चिम में लगभग 68 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, मानसून की प्रगति रुकी हुई है। यह कमजोर हो गया है। हालांकि सक्रिय होने के बाद मानसून थोड़े समय में ही बारिश की कमी को मिटा सकता है। गौरतलब है कि मानसून भारत की आर्थिकी की जीवनरेखा है। भारत में कृषि और जलाशयों को फिर से भरने के लिए आवश्यक वर्षा में लगभग 70 प्रतिशत वर्षा मानसून के मौसम में ही होती है।गुवाहाटी में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में