
स्मृति दिवस पर बलिदानियों को नमन करते पुलिस अधिकारी। शहीदों के परिजनों का सम्मान मंत्री लखन देवांगन ने किया
पुलिस ने मनाया स्मृति दिवस
कोरबा। पुलिस स्मृति दिवस की परंपरा देश के साथ कोरबा जिले में निभाई गई। कर्तव्य पथ पर मातृभूमि की सेवा करते हुए एक वर्ष के भीतर देश के विभिन्न हिस्सों में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले पुलिस , सेना और अर्ध सैनिक बल के बलिदानी जवानों का पुण्य स्मरण किया गया। कोरबा के पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में स्थित शहीद स्मारक में यह कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर जिले के शहीदों के परिजनों को आमंत्रित करने के साथ उनका सम्मान किया गया।
जवानों की शहादत को अविस्मरणीय और अखंड बनाए रखने की भावना से पुलिस स्मृति दिवस की परंपरा पिछले वर्षों से शुरू हुई जिसका निर्वहन प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को किया जा रहा है । कोरबा जिले में भी पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा करने के दौरान बलिदान होने वाले वीर जवानों को याद किया गया। यह कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एसपी सिद्धार्थ तिवारी, उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर, पूर्व विधायक मोहित राम, महापौर राजकिशोर प्रसाद, पूर्व महापौर जोगेश लांबा, नेता प्रतिपक्ष हितानन्द अग्रवाल, सभापति श्याम सुंदर सोनी, अजय विश्वकर्मा, परविंदर सिंह सहित पुलिस के अधिकारियों के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन जवानों के शौर्य को याद किया गया, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुती दे दी। कार्यक्रम में वीरगति को प्राप्त होने वाले पुलिस जवानों के परिजनों का सम्मान भी किया गया।
21 अक्टूबर का दिन पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस वर्ष भी कोरबा के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस जवानों को समर्पित इस दिन को मनाया गया और अमर जवान स्थल पर उनकी शहादत को याद किया गया।
छलक पड़े आंसू ….
छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे सहित देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर दुश्मनों से लोहा लेते हुए कोरबा जिले के कई जवान बलिदान हो गए। बीते वर्षों में हुई घटनाओं में ऐसे जवानों ने अपना नाम अमर कर लिया। पुलिस स्मृति दिवस के कार्यक्रम में उनके परिजनों का सम्मान विशेष तौर पर आयोजकों ने किया। कार्यक्रम के दौरान कुछ पल ऐसे आए जब बलिदानियों के परिजनों की आंखें भावनाओं के कारण छलक उठी।