चेन्नई ,03 अक्टूबर । भाजपा को हाल ही में तगड़ा झटका लगा है। तमिलनाडु में उसके सहयोगी अन्नाद्रमुक ने उससे नाता तोड़ लिया है। अब तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक महासचिव ईके पलानीस्वामी ने भाजपा के साथ चार साल पुराने गठबंधन को तोडऩे के पीछे का कारण बताया है। उनका कहना है कि यह फैसला दो करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं ने लिया है। अन्नाद्रमुक से जब पूछा गया कि उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन क्यों किया था। इस पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘कभी-कभी राष्ट्रीय दलों के साथ गठबंधन करना पड़ता है। फिर कई बार ऐसे फैसलों का समर्थन भी करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो हमारे अनुकूल नहीं है। अब आगे से हमारे पास ऐसा कोई मुद्दा नहीं होगा’ पलानीस्वामी ने कहा कि पार्टी की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कहा गया कि उसने भाजपा के साथ अपना गठबंधन खत्म करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी महासचिव के रूप में भाजपा के साथ गठबंधन तोडऩे का फैसला उनका अकेले का नहीं था, बल्कि यह पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा लिया गया एक सामूहिक निर्णय था। पलानीस्वामी ने एक बार फिर यह बात दोहरायी कि अगले साल के लोकसभा चुनाव के लिए अन्नाद्रमुक के नेतृत्व में एक गठबंधन बनाया जाएगा।