धान की कटाई-मिंजाई का काम छोड़ केवाईसी अपडेट कराने बैंक के चक्कर काट रहे किसान

जांजगीर-चांपा। धान की कटाई और मिंजाई के समय किसान जिला सहकारी बैंकों के चक्कर काटने मजबूर हैं। जिले के दर्जन भर से भी अधिक जिला सहकारी बैंको में इन दिनों बैंक खाता ईकेवायसी अपडेट कराने किसानों की भीड़ लग रही है। ईकेवायसी नहीं होने की स्थिति में धान बेचने के बाद किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर होने की समस्या आ सकती है।
गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा जिले के जिला सहकारी बैंकों में इन दिनों ईकेवायसी कराने किसानों की भारी अकलतरा,पामगढ, बलौदा, नवागढ़ सहित एक दर्जन से अधिक जिला सहकारी बैंकों में किसान सुबह से पहुंच रहे है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के बाद किसानों के खाते में राशि आती है, जिन किसानों के बैंक खातों का ईकेवायसी अपडेट नहीं होगा उनको राशि ट्रांसफर के समय समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यही वजह है कि किसान इन दिनों खंत
मिजाई का काम छोडक़र बैंक की
कतार में नजर आ रहे है। गुरूवार 20 नवम्बर को जिला सहकारी बैंक जांजगीर में कुछ इसी तरह की स्थिति देखने को मिली। यहां ईकेवायसी कराने के लिए बैंक खुलने के बाद से ही किसानों की भारी भीड देखी गई। जांजगीर सहकारी बैंक के अंतर्गत 50 से अधिक गांवों के किसान आते है। वहीं करीब 22 हजार से भी अधिक बैंक खाता धारक किसान है।
सहकारी बैंक के माध्यम से राशि जमा एवं आहरण करने का काम करते है, लेकिन दुसरी ओर खाता धारको को ईकेवायसी कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड जा रही है। इसी तरह की भीड़ चाम्पा जिला मिल सहकारी बैंक में भी देखने को रही है। ईकेवायसी कराने के लिए बैंक खाता, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर सहित अन्य तरह का दस्तावेज आवश्यक रहता है। इसके अलावा बैंक खातो में किसी भी तरह केफर्जीवाड़े को रोकने के भी इंकेवायसी कराना आवश्यक हो गया है। खास बात यह है कि किसान इन दिनों खेती किसानी के कार्य में व्यस्त हो गए है। ऐसे में ईकेवायसी कराने के लिए किसानों को अपने खेतो का काम छोडक़र ईकेवायसी कराने के लिए बैंको का चक्कर लगाने की मजबूरी हो गई है। समय रहते ईकेवायसी नहीं कराने की स्थिति में किसान धान बेचने के बाद जो राशि प्राप्त होती है उसे पाने के लिए बैंक का चक्कर लगाते नजर आएगें।
ज्यादातर किसानों के पास एटीएम कार्ड नहीं
आज के बदलते परिवेश में जहां बैंको की पूरी व्यवस्था आनलाइन संचालित हो रही है। उसके बाद मी जिला सहकारी बैंको की स्थिति जस की तस बनी हुई है। बैंक में एटीएन सुविधा किसानों के लिए बनाई ताई है। इसके बाद भी ज्यादातर किसानों के पास एटीएम कार्ड नहीं है। ऐसे में किसानों को धान बेचने के बाद अपनी ही जमा राशि पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। वहाँ उनके पास एटीएम की सुविधा नहीं हो पाने के चलते जमा राशि निकालने के लिए बैंको में घटो जांजगीर जिला सहकारी बैंक में हो 22 हजार से भी अधिक खाता धारक किसान है, लेकिन करीब 40 फिसदी से भी अधिक किसानों के पास एटीएम कार्ड तक नही है. जिसके चलते किसानो को राशि निकालने के दौरान परेशानी उठानी पड़ती है। इस तरह की समस्या चांपा, पामगढ़, अकलतरा, बलौदा सहित अन्य बैंकों के किसानों को ही रही है। उनके पास एटीएम नहीं है, जिसके कारण किसानों को राशि आहरण करने में परेशानी उठानी पड़ती है।
दिए है दिशा निर्देश
किसानों को अपना बैंक खाता संचालन को लेकर ईकिवायसी कराना जरूरी है। डकिवायसी कराने को लेकर शाह्या प्रबंधक एवं सेवा सहकारीकर्मचरियों को निर्देशित किया गया है। उक्त कार्य नहीं कराने की स्थिति में किसानों को लेनदेन के दौरान दिक्कत हो सकती है।
-अमित साहू, नोडल अफसर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक जांजगीर-चापा

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