जांजगीर-चांपा। धान खरीदी कार्य के दौरान केन्द्रों में समुचित ब्यवस्था नही पाए जाने की स्थिती में 3 समिति प्रबंधको पर निलंबन की कार्यवाही की गई है। वही 2 प्रभारियो को इस कार्य से हटा दिया गया है।
जबकि अन्य समितियो में अनियमितता पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया है जबकि अपराध सभी के एक तरह की है इससे प्रतीत होता है कि इस मामले में खुलकर लेनदेन की गई है। इसको लेकर कई तरह के सवाल अधिकारियों पर उठने लगे हैं।
गौरलतब है कि 18 दिसम्बर को जिला उपपंजीयक की संयुक्त टीम के द्वारा अकलतरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पकरिया, नवागढ क्षेत्र के ग्राम पंचायत अमोदा खरीदी केन्द्र, एवं बम्हनीडीह ब्लाक के ग्राम पंचायत पोडीशंकर केन्द्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान धान खरीदी कार्य में भारी लापरवाही सामने आई। इस बीच खरीदी केन्द्रो में अब्यवस्था को लेकर 3 समिति प्रबंधको पर निलंबन करने की कार्यवाही की गई। साथ ही साथ कार्यवाही किए जाने को लेकर उप आयुक्त सहकारिता, उप पंजीयक सहकारी संस्थाऐ, को पत्र लिखा गया है। इसी प्रकार उपार्जन केंद्र बछौद एवं अमोरा केन्द्र मे अधिकारियो की टीम ने पाया कि खरीदी केन्द्र में नियमो के विपरीत धान खरीदी की जा रही है। इसे लेकर टीम ने धान खरीदी प्रभारियो को हटा दिया गया है। वही उनके खिलाफ अलग से दंडात्मक कार्यवाही किए जाने को लेकर पत्र
भी लिखा गया है। इधर धान खरीदी केन्द्र प्रभारियो के खिलाफ कार्यवाही होने के बाद प्रभारियो में हडक़ंप मच गया है। इसी तरह जिले के सिल्ली में 41.500, कर्रा में 41.300, नैला में 41.500, पडरिया में 41.300, नदेली में 41.500 सहित अन्य समिति में डेढ़ से दो किलो अधिक तौला जा रहा है। परन्तु इन समिति प्रभारियों के मनमानी पर कोई
कार्यवाही नहीं की गई। उधर कृषक चेतना मंच ने कलेक्टर को किसानों से लूट होने तथा इलेक्ट्रॉनिक कांटा में भी डेढ़ किलो अधिक धान लेने का आरोप लगाया है।
ज्ञात हो कि धान की खरीदी में गड़बड़ी रोकने के लिए भाजपा सरकार द्वारा खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रानिक काटा से तौलाई के निर्देश दिए गए। सभी इलेक्ट्रानिक कांटा से तौला जा रहा है। लेकिन इसमें भी किसानों का अधिक धान लिया जा रहा है। किसान अब भी ठगी का शिकार हो रहे हैं।इलेक्ट्रानिक कांटा में भी गड़बड़ी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी भी खरीदी किसानों का अधिक धान तौल किया जा रहा है। इससे किसानों की गाढ़ी कमाई में डाका डाला रहा है और देखने वाला कोई नहीं है।
विगत दिनों अधिकारियों के टीम का दौराहुआ । जो जिले के सिल्ली में 41.500, कर्रा में 41.300, नैला में 41.500, पडरिया में 41.300, नदेली में 41.500 सहित अन्य समिति में डेढ़ से दो किलो तौलते हुए पाए थे।
जिन्हें धान खरीदी में गड़बड़ी होने का सबूत मिला था बावजूद इसके इन लोगों को अभय दान दे दिया गया है जबकि इसके पूर्व तीन प्रभारी को निलंबित किया गया है तो वहीं दो प्रभारी को हटा दिया गया है। यह अधिकारियों का दोहरा चरित्र लोगों के समझ में नहीं आ रहा है जिन्होंने ने कुछ लोगों पर कार्रवाई की तो कुछ लोगों को अभय दान दे दिया गया है। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार जोरों से गर्म है जहां अधिकारियों पर लेनदेन कर कुछ लोगों को छोड़ देने की बात चर्चा में है जिसकी जांच किया जाना आवश्यक है ताकि सच्चाई पर से पर्दा हट सके।
कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन
किसानों की समस्या को लेकर कांग्रेसियों ने सिवनी धान खरीदी केन्द्र में धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को झूठे वादे में गुमराह कर रही है। किसान सालभर मेहनत कर अपनी गाढ़ी कमाई को बेचने सोसायटी पहुंच रहे वहां कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बारदाना की कमी, डेढ़ से ढाई किलो तक धान की अधिक तौलाई की जा रही है, धान उठाव का समुचित व्यवस्था नहीं है।