रामानुजगंज। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जितिया व्रत नगर में धूमधाम से मनाया गया हजारों महिलाओं के द्वारा जितिया का कठिन व्रत किया गया इसमें महिलाएं 24 घंटे निर्जला उपवास रखती है। यह व्रत माताएं अपने पुत्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए रखती है। सबसे कठिन व्रत में एक जितिया व्रत को लेकर महिलाओं का उत्साह देखते बन रहा था महिलाओं के द्वारा अपने-अपने घरों में सामूहिक एवं मंदिरों में भी सामूहिक रूप से पूजा अर्चना में सम्मिलित हुई। व्रत की विधि में नहाए खाए पूजन कथा श्रवण और दान पुण्य शामिल है। महिलाओं के द्वारा 24 घंटे का निर्जला उपवास रखा गया वहीं कल सुबह पारण किया जाएगा। जितिया में नहाए खाए और पारण के अवसर पर वैसी साग सब्जी ही खाई जाती है जो आसानी से उगती हो सत्पुतिया झिगी के बात करें तो इसमें उगने और बड़ा करने में विशेष मेहनत नहीं करनी पड़ती साथ ही यह मौसम की हर तरह की मार झरने में सक्षम होता है। जितिया के दिन खाने के साथ माताएं ईश्वर से प्रार्थना करती है कि जिस प्रकार से यह साग सब्जियां हर परिस्थिति में उग जाती और बढ़ती है उसी प्रकार उनकी संतान भी हर परिस्थिति में जी सके असफलता और विषम परिस्थितीय उन्हें डिगा न सके सत्पुटिया जैसे गुछो में फलता है वैसे ही पुत्रो को प्राप्ति ज्यादा हो। घरों में एवं मंदिरों में सामूहिक रूप से जितिया की पूजा महिलाओं के द्वारा की गई। आज दोपहर शुभ मुहूर्त में राम मंदिर में सामूहिक रूप से पूजा अर्चना करने बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची यहां विधि विधान से जितिया की पूजा राम मंदिर के पुजारी यशपाल दुबे के द्वारा संपन्न कराया गया।