कोरिया-चिरमिरी।
एमसीबी जिले के नगर पालिक निगम चिरमिरी के पोड़ी चौक में बस्तर आर्ट के नाम पर बड़ा गोलमाल किया गया है। मामले में कई शिकायतों के बावजूद शासन प्रशासन ने 6 साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि यहां डीएमएफ मद से 43 लाख रुपए खर्च कर प्लास्टिक के खांचों में सीमेंट भरकर दो चार खम्भे और मूर्तियां लगाई गई है जिन्हें बस्तर आर्ट का नाम दिया गया है। जबकि सौंदर्यीकरण पहली बारिश में धराशाई हो गया था, नगर निगम ने इसे दोबारा तो ठीक करवा दिया, लेकिन यहां हुई गड़बड़ी की जांच नहीं की गई। बस्तर आर्ट में बस्तर की संस्कृति पर आधारित पत्थर की मूर्तियां यहां लगाई जानी थी, लेकिन प्लास्टिक के सांचों में सीमेंट भरकर तैयार की गई मूर्तियों से लोगों को गुमराह किया गया। मामले में हल्दीबाड़ी निवासी शिकायतकर्ता राज कुमार मिश्रा का कहना है कि चिरमिरी के पं.दीनदयाल चौक में बस्तर आर्ट के नाम से वर्ष 2017.18 में डीएमएफ मद से निर्माण कार्य हुए थे। सौंदर्यीकरण के नाम पर जिस तरह के निर्माण की बात कही गई थी वैसा कुछ भी नहीं हुआ, 43 लाख रुपए से प्लास्टिक के खांचों में सीमेंट भरकर दो चार खम्भे और मूर्तियां लगाई गई है जिन्हें बस्तर आर्ट का रूप देने कोशिश की गई है। मामले में शिकायतों के बावजूद शासन प्रशासन ने जांच व कार्रवाई तक नहीं की। पोड़ी से लेकर हल्दीबाड़ी 6 नम्बर गोलाई तक चिरमिरी के चौक चौराहे पर सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए गए लेकिन और इसमें जमकर गोलमाल किया गया। 6 नम्बर गोलाई पर समुद्री जीवन का चित्रण कोल डस्ट से बदहाल हो चुका है और अब यह शहर के सुंदरता में धब्बा नजर आ रहा है। पोड़ी चौक समेत हल्दीबाड़ी 6 नम्बर गोलाई में सौंदर्याकरण के लिए बनाए गए बस्तर आर्ट, समुद्री जीवों की रंगत पूरी तरह से उतर चुकी है। लोगों का कहना है कि 6 नंबर गोलाई में सडक़ के दोनों किनारों पर सौंदर्याकरण के लिए जलीय जीवन को दर्शाने की कोशिश बेकार साबित हुई। हल्दीबाड़ी 6 नंबर गोलाई में चित्रकारी, फव्वारे, स्पेशल लाइटिंग सहित कई आकर्षणों से दस स्थल को संवारा गया था।