
कोरबा। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद नगर पंचायत में नया अध्यक्ष बनाने तथा उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर पार्षदों के बीच सरगर्मी तेज हो गई है,28 फरवरी को नगर पंचायत अध्यक्ष के हटने के बाद नया अध्यक्ष पार्षद शकुंतला तीरथ गोंड़ को बनाए जाने 10 पार्षदों के सहमति के साथ प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन को सौंपी गई थी। लेकिन एक पार्षद द्वारा अध्यक्ष के लिए दावेदारी किये जाने एवं लोकसभा चुनाव के कारण नये अध्यक्ष बनाने का मामला अधर मे लटक गया। चुनाव संपन्न होने के बाद नया अध्यक्ष बनाने व उपाध्यक्ष को हटाने का मामला जोर पकडऩे लगा है। इस सबंध में पार्षद हीरालाल यादव ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने से पहले नगर पंचायत उपाध्यक्ष को हटाने के खिलाफ तीन पार्षद हीरालाल यादव, मधु राजकुमार अग्रवाल और रामशरण साहू के हस्ताक्षर युक्त अविश्वास प्रस्ताव तत्कालिक जिला दणडाधिकारी कोरबा को 21 जनवरी 2022 को सौंपा गया था, लेकिन उक्त अविश्वास प्रस्ताव पर जिला प्रशासन द्वारा अमल नहीं किये जाने पर पुन: 6 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त अविश्वास प्रस्ताव ज्ञापन 24 फरवरी 2022 को दिया गया इसके उपरांत जिला प्रशासन को उपाध्यक्ष के खिलाफ दिये अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही नहीं किये जाने को लेकर पांच बार स्मरण पत्र जिला प्रशासन को दिया गया। जिला प्रशासन द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही करने के बजाय ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। हीरालाल यादव ने बताया कि नगर पंचायत उपाध्यक्ष को पद से हटाने को लेकर पिछले तीन सालों से लगातार पार्षदों द्वारा आवेदन दिये जा रहे है, लेकिन इस पर पहल नहीं होने से क्षुब्ध होकर पार्षदगण उच्च न्यायालय के शरण में जाने का मन बनाया है।