नईदिल्ली, 0९ जून ।
आज देश में नई सरकार का गठन होने जा रहा है। वाराणसी से सांसद चुने गए नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। मोदी की लगातार तीसरी बार ताजपोशी भी अपने आप में एक कीर्तिमान होगा। 1962 के बाद यह पहली बार होगा जब कोई नेता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेगा। 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इसके साथ ही वह भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पैदा होने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए। मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण आज शाम को होना है। पीएम मोदी सुबह से ही एक्शन में हैं। मोदी सुबह राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। साथ ही मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि ‘सदैव अटल’ पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।
सूत्रों के हवाले से बताया है कि कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को भाजपा नेता प्रह्लाद जोशी ने मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करने के लिए कल देर रात फोन किया। फिलहाल खरगे के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए देशभर के सांसदों के साथ ही विदेशी मेहमानों का पहुंचना जारी है। वहीं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बीच बैठकों का दौर भी जारी है। पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर है।
मुइज्जू, शेख हसीना समेत चार देशों के अतिथि पहुंचे भारत

अब तक चार देशों के प्रतिनिधि शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत पहुंच चुके हैं। इनमें सबसे पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना शनिवार 8 जून को सबसे पहले आईं। उनके बाद सेशेल्स के उप राष्ट्रपति अहमद अफीफ, मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू और मॉरिशस के पीएम प्रविंद कुमार अबतक आ चुके हैं।
मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल में वीर सपूतों को दी श्रद्धांजलि

नरेंद्र मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंच गए हैं। यहां वह भारत के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। आज ही शाम के समय मोदी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह है।
दिल्ली की किलेबंदी
राष्ट्रपति भवन में रविवार शाम को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में देश-विदेश से अनेक मेहमान पहुंचेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने जी-20 की तर्ज पर सुरक्षा व्यवस्था की है। दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर विदेशी मेहमानों के ठहरने वाले होटलों और वहां से राष्ट्रपति भवन तक के रूट पर समारोह में आने वाले अधिकांश विदेशी मेहमान रविवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वहां से उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच होटल तक पहुंचाया जाएगा। विदेशी अतिथियों के लिए नई दिल्ली स्थित बड़े होटलों को बुक किया गया है। इन होटलों में पुलिस का कड़ा पहरा होगा। प्रत्येक होटल की सुरक्षा का जिम्मा डीसीपी स्तर के अधिकारी को दिया जाएगा। होटल से शाम को विदेशी मेहमान राष्ट्रपति भवन जाएंगे। होटल से लेकर राष्ट्रपति भवन तक न केवल पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे बल्कि उनके रूट पर कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए एआई से लैस कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन कैमरों के समक्ष अगर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी दिखेगी तो वह तुरंत अलर्ट भेजेंगे। होटल के साथ ही राष्ट्रपति भवन के आसपास पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहेंगे। सुरक्षा बंदोबस्त को लेकर स्पेशल कमिश्नर स्तर के अधिकारी खुद जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। दिल्ली पुलिस के सुरक्षा, यातायात, नई दिल्ली जिला पुलिस, एयरपोर्ट पुलिस आदि मिलकर समारोह की सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। वहीं, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां भी यहां पर तैनात रहेंगी। राष्ट्रपति भवन और उसके आसपास के क्षेत्र में दो हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी गश्त करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा नई दिल्ली की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर का इस्तेमाल किया जाएगा। यह स्नाइपर वीवीआईपी रूट के अलावा राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र पर भी नजर रखेंगे। उन्हें अगर कुछ संदिग्ध दिखा तो वह तुरंत इसकी सूचना रूट पर खड़े पुलिसकर्मियों को देंगे। आवश्यकता पडऩे पर वह गोली चलाने के लिए भी आजाद होंगे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि यह आयोजन राष्ट्रपति भवन के अंदर होना है, इसलिए परिसर के अंदर और बाहर तीन स्तरीय सुरक्षा होगी। बाहरी घेरे पर दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। उसके बाद अर्धसैनिक बल के जवान और भीतरी घेरे में राष्ट्रपति भवन की आंतरिक सुरक्षा के जवान तैनात रहेंगे। अधिकारी ने कहा कि अर्धसैनिक बलों और दिल्ली सशस्त्रत्त् पुलिस के जवानों की पांच कंपनी सहित लगभग 2500 पुलिस कर्मियों को कार्यक्रम स्थल के आसपास तैनात रहेंगे। पुलिस कमिश्ननर द्वारा शपथ समारोह के दौरान नई दिल्ली इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति भवन एवं इसके आसपास ड्रोन, विमान, पैरा ग्लाइडर आदि के उड़ाने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी।