
वेश बदलकर सक्रिय रहते हैं अराजक तत्व
कोरबा। शारदेय नवरात्रि एवं दशहरा त्योहार को देखते हुए अंचल के प्रसिद्ध आराध्य मंदिर सर्वमंगला में रोजाना हजारों के दर्शकों के पूजन-अर्चन करने के लिए उनके पहुंचने के दौरान वहां चैन स्नेचिंग एवं उठाईगिर की होने वाली घटनाओं का सामना न करना पड़े इसलिए इस बार वहां व्यापक पैमाने पर पुलिस की चाक-चौबंद चप्पे-चप्पे व्यवस्था की गई है।
सर्वमंगला मंदिर में वैसे तो चैत्र नवरात्रि के दौरान भी व्यापक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। लेकिन शारदेय नवरात्रि के दौरान यहां श्रद्धालुओं का आवागमन कुछ ज्यादा ही रहता है। यहां तक कि इस दौरान यहां लाखों लोग पूजन अर्चन में पूरे नौ दिनों तक आवागमन करते रहते हैं। इसी वजह से यहां मेला जैसा भी माहौल बना रहता है। इस दौरान विशेष रूप से झारखंड एवं नागपुर तथा सरहदी जिले जांजगीर के अकलतरी तथा जशपुर जिले के पत्थलगांव कापू क्षेत्र से आने वाले उठाईगिरों एवं चैन स्नेचिंग करने वाले गिरोह भी अपने दिखावे के लघु व्यवसाय के नाम से इस मेला में शामिल हो जाते हैं और मौका पाते ही इनके गिरोह की पुरुष सदस्य चैन स्नेचिंग तथा महिलाएं उठाईगिरी की वारदातों को पलक झपकते ही अंजाम दिया जाता है।
बताया जाता है कि इसी वजह से इस बार वहां पर व्यापक पैमाने पर पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। नए एसपी श्री शुक्ला के मार्गदर्शन में दर्री सीएसपी रॉबिंसन गुरिया के निर्देशन में कुसमुंडा टीआई कृष्ण कुमार वर्मा भी अपने मातहतों के साथ बराबर वहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लेते रहते हैं। जबकि सर्वमंगला चौकी प्रभारी विभव तिवारी के नेतृत्व में एएसआई लक्ष्मी प्रसाद रात्रे भी अपने डेढ़ दर्जन मातहतों के साथ वहां तडक़े से लेकर देर रात्रि तक श्रद्धालुओं एवं दर्शकों के आवागमन होते तक बराबर पैनी नजर रखते हुए लोगों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात देखे जा रहे हैं।