जांजगीर-चांपा। दसवीं बोर्ड की पूरक परीक्षा के लिए बनाए गए नवागढ़ के सरस्वती शिशु मंदिर उमावि सेंटर में शुक्रवार को सामूहिक नकल हो रही थी। उडऩदस्ता की टीम जब औचक निरीक्षण पर वहां पहुंची तो अवाक रह गए। परीक्षा हॉल के बाहर खिड़की में नकल फेंकने वालों का मजमा लगा हुआ था। फिर जब अधिकारी अंदर पहुंचे तो हॉल का नजारा देखकर उडऩदस्ता टीम के होश ही उड़ गए। खुलेआम नकल चल रही थी और कई विद्यार्थी मोबाइल लेकर बैठे हुए थे। जिस पर उडऩदस्ता टीम ने कार्रवाई करते हुए नौ मोबाइल जब्त किए और डीईओ को तत्काल सूचना दी। इसके बाद उडऩदस्ता टीम सेंटर में ही डटी रही। दरअसल, इन दिनों माशिमं द्वारा आयोजित दसवी-बारहवीं में पूरक आए छात्र-छात्राओं की परीक्षा आयोजित हो रही है। इसके अलावा नवागढ़ में सरस्वती शिशु मंदिर उमावि को भी परीक्षा सेंटर बनाया गया है। शुक्रवार को यहां दसवीं अंग्रेजी का पेपर था। वीडियो बनाया तो उडऩदस्ता टीम पर पत्थरबाजी भी उडऩदस्ता टीम के मुताबिक, सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर पुलिस बल की तैनाती पूरे परीक्षा के दौरान लगाई जाती थी लेकिन टीम जब पहुंची तो पुलिस बल वहां मौजूद नहीं थे। पूरे परीक्षा हाल को चारों ओर से लोगों ने घेर लिया था और बकायदा नकल कराया जा रहा था। उडऩदस्ता टीम के द्वारा जब बाहर के नजारे को मोबाइल से कैद करना चाहा तो इस दौरान कुछ लोगों ने टीम के तरफ पत्थर फेंकना शुरु कर दिया जो वीडियो में रिकार्ड हो गया है। इतना ही नहीं टीम को इस बात का भी डर था कि परीक्षा खत्म होने के असामाजिक तत्व कुछ भी कर सकते हैं। ऐसे में परीक्षा खत्म होने के 5 मिनट पहले ही वहां से निकल गए। बड़ा सवाल, हाल तक मोबाइल पहुंचा कैसे उडऩदस्ता टीम के द्वारा सभी कमरों में जाकर जांच की गई। इस दौरान कई परीक्षार्थियों के पास से मोबाइल निकला। जबकि हॉल में मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रिानिक्स सामान प्रतिबंधित रहता था। पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी होती है कि इस पर नजर रखे। पूरे तीन घंटे तक हर कमरे में पर्यवेक्षकों की मौजूदगी रहती है। इसके बाद भी खुलेआम नकल चलना, मोबाइल मौजूद रहना और पर्यवेक्षकों की नजर नहीं पडऩा, ऐसे कई सवाल हैं जिससे पर्यवेक्षकों की संल्पितता से भी इंकार नहीं किया जा सकता। केंद्राध्यक्ष द्वारा तत्काल सूचना उच्चाधिकारियों को देनी चाहिए थी। उडऩदस्ता टीम ने तीन नकल प्रकरण किया दर्ज सशिमं नवागढ़ परीक्षा केंद्र में पहुंची उडऩदस्ता टीम के द्वारा तीन नकल प्रकरण बनाया गया है। जबकि जिस तरह से वीडियो में हॉल के अंदर और बाहर का नजारा दिख रहा है, उससे सामूहिक नकल का मामला बनना था। नौ मोबाइल ही जब्त करना बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिस तरह नवागढ़ सशिमं में नकल हो रहा था उस तरहा का नजारा जिले में वर्ष 2004-05 के समय देखने को मिलता था। एचआर सोम, डीईओ जांजगीर-चांपा