चंापा। बेरोजगारी भत्ता देने के बाद सरकार का फोकस बेरोजगारों को अधिक से अधिक प्लेसमेंट कराने की दिशा में है। लगातार प्लेसमेंट कैंप, रोजगार मेला का आयोजन हो रहा है ताकि अधिक से अधिक बेरोजगारों को प्लेसमेंट दिलाया जा सके, लेकिन बेरोजगार युवा ही प्लेसमेंट कैंपों से दूरी बनाकर चल रहे हैं। प्लेसमेंट कैंप में जितने पदों के लिए भर्ती करने प्राइवेट कंपनियां पहुुंच रही है, उसके आधे भी बेरोजगार नहीं पहुंच रहे। क्योंंकि प्लेसमेंट कैंप में शामिल होने वाली ज्यादातर प्राइवेट कंपनियां ही होती है और स्थानीय स्तर के बजाए प्रदेश के दूसरे जिलों या प्रदेश के बाहर दूसरे ज्यादों में जॉब ऑफर करती है। सैलरी भी कम होती है। ऐसे में युवा काम करने तैयार नहीं होते। शुक्रवार 30 जून को जिला रोजगार कार्यालय में प्लेसमेेंट कैंप का आयोजन किया गया था जिसमें मारुति सुजुकी टेक्नोज्म ट्रेनिंग सर्विस के द्वारा स्टूडेन्ट ट्रेनी के 200 पदों और सुखकिसान बॉयोप्लांटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बिजनेस डेव्हलपमेंट आफिसर के 25 पदों में भर्ती के लिए शामिल हुई जहां 43 युवक-युवतियां ही शामिल हुईं। इसमें मारुति सुजुकी टेक्नोज्म ट्रेनिंग सर्विस के द्वारा 10 और सुखकिसान बॉयोप्लांटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 13 लोगों को शार्टलिस्ट किया गया। कई युवा जिले से बाहर काम और सैलरी कम होने की बात कहकर वापस लौट गए। सुखकिसान बॉयोप्लांटेक प्राइवेट लिमिटेड के एचआर प्रदीप पटेल ने बताया कि यहां नियुक्त युवाओं को कवर्धा और बेमेतरा जिले में जॉब दिया जाएगा। 7500 हजार से 9000 रुपए बेसिक सैलरी मिलेगी। वहीं इन्सेटिव, बोनस अलग से। फील्ड वर्क रहेगा।