
तिरूवनंतपुरम, १२ सितम्बर । केरल में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोझिकोड जिले में अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार की रात एक बयान में यह जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राज्य सरकार निपाह वायरस को लेकर गंभीर है। इसके बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। विभाग ने कहा कि एक निजी अस्पताल में बुखार के बाद दो लोगों की मौत हो गई। ऐसी आशंका है कि यह मौत निपाह वायरस के संक्रमण की वजह से हुई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मृतकों में से एक के रिश्तेदारों को भी ढ्ढष्ट में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि कोझिकोड जिले में 2018 और 2021 में भी निपाह संक्रमण के चलते लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 19 मई, 2018 को कोझिकोड में सामने आया था।विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, निपाह वायरस संक्रमण एक जूनोटिक बीमारी है। यह जानवरों से लोगों में फैलती है। यह दूषित भोजन के माध्यम से या सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकती है। संक्रमित लोगों में यह स्पर्शोन्मुख (सबक्लिनिकल) संक्रमण से लेकर सांस संबंधी बीमारी और घातक एन्सेफलाइटिस जैसी कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह वायरस सूअरों जैसे जानवरों में भी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, जिसके कारण किसानों को भी आर्थिक नुकसान हो सकता है।निपाह वायरस बहुत घातक है। यह 24 से 48 घंटे में मरीज को कोमा में पहुंचा सकता है। संक्रमण के शुरुआती दोर में मरीज को सांस लेने में दिक्कत आती है। कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जिनमें न्यूरो से जुड़ी समस्याएं भी होती हैं।