
पंचायत को गुमराह कर जनपद में बैठे अधिकारी ने कर दिया पंचायत का सफ्लाई आर्डर !
कोरिया बैकुंठपुर। जनपद पंचायत बैकुंठपुर के 11 ग्राम पंचायत में स्वच्छता अभियान के तहत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर एक स्थान में रखने के लिए समूह के जीवकोपार्जन हेतु भवन का निर्माण वर्ष 2022 में कराया गया जहा ग्राम से कचरा ढोने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत इन सभी ग्रामो में चार नग रिक्शा का खरीदी किया जाना है जहा पंचायत के खाते में राशि जमा कर निर्माण एजेंसी बनाया गया है । किन्तु जनपद पंचायत के अधिकारी जिला प्रशासन को गुमराह कर बिना पंचायत के खाते में राशि जाये निर्माण एजेंसी को धोखे में रख चार नग रिक्शा ग्राम पंचायत में भेज रहे वही जिला स्तर के अधिकारियों के निर्देश का हवाला देकर आचार संहिता में बिना पंचायत के खाते में राशि जमा उक्त सामग्री का पावती देने विवश कर रहे ताकि सेटिंग से राशि पंचायत के खाते में आते ही राशि का आहरण कर गोलमाल किया जा सके क्यो की इसके पूर्व भी रीपा योजना में जिला स्तर के अधिकारियों के निर्देश में मशीनें आ गई जिन्हें दबाव देकर भुगतान तो करा दिया गया वही अब गुडवत्ता को लेकर निर्माण एजेंसी परेशान हैं जिस संबंध में एक सरपंच ने शिकायत भी की किन्तु उसे ही हटाने अधिकारी ने दबाव बनाया जबकि अधिकारी की उदासीनता के कारण कई पंचायत में एक वर्ष पूर्व खरीदी गई साइकिल रिक्शा धूल खा रही है। जिससे अब बिना राशि स्वीकृत पंचायत में सामग्री पहुँचने से शासकीय राशि मे हेरफेर होने की सुगबुगाहट हैं क्यो की जनपद पंचायत में इन दिनों कुर्सी में बैठे कार्यपालन अधिकारी भुगतान के लिए मनरेगा जैसे कार्यो में भुगतान से पूर्व ही फाइलों में हस्ताक्षर करने कमीशन की मांग कर रहे जिससे अब निर्माण एजेंसी के सरपंच व पंच के बिना जानकारी सामग्री के पहुँचने से शासकीय राशि मे हेरफेर होने की सुगबुगाहट हैं !
जानकारी के अनुसार 2 लाख की लागत से खरीदी कर चार नग रिक्शा चिरगुड़ा ग्राम पंचायत को जनपद स्तर के अधिकारियों के निर्देश में ग्राम में भेज दिया गया जिससे सरपंच व पंचों ने बिना स्वीकृति सामग्री पहुँचने को लेकर हंगामा कर दिया व सामग्री फर्म को सामग्री वापस ले जाने का निर्देश दिया है। साथ ही आचार संहिता में बिना राशि आबंटन मिले सामग्री पहुँचने का विरोध किया है ।जबकि ग्राम पंचायत चिरगुड़ा में कचरा इकटा करने लगभग चार लाख रुपए की लागत से कचरा घर बना हुआ है। जहा स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्माण के एक वर्ष बाद भी सौचालय के राशि का भुगतान नही किया गया वही अब जनपद स्तर के अधिकारी दो लाख का रिक्शा भेजकर पंचायत को भुगतान में उलझाना चाहते हैं ।
ग्राम पंचायत चिरगुड़ा के अनुसार एक रिक्शा की कीमत पचास हजार रुपए है। जिसका दो लाख रुपए के करीब का बिल है। सप्लायर पावती मांग रहा वही पंचायत से पेमेंट करना है कह कर दबाव बना रहा । क्योंकि बिल सचिव के नाम से आया है। लेकिन हमने सामग्री लेने से मना कर दिया है क्यो की सामग्री की गुडवत्ता सही नही है न ही पंचायत के सरपंच व पंचों को इसकी जानकारी है जनपद के एक अधिकारी ने सचिव को गुमराह कर ओटीपी से आर्डर बिना पंचायत के जानकारी के कर दिया है वही बिना राशि निर्माण एजेंसी को मिले क्रय व आर्डर करना नियम के विपरीत हैं । अभी तक पेमेंट नहीं मिला हैं। अधिकारी हमको बताएंगे की कब राशि स्वीकृत हुई हैं कब जनपद के अधिकारियों ने भुगतान व खरीदी की जानकारी दी जिसके बाद ही आचार संहिता के बाद ग्राम सभा मे निर्णय लिया जाएगा यदि निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत है तो खरीदी पंचायत करेगा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है जनपद स्तर के अधिकारी को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है निर्माण एजेंसी पंचायत हैं उनके खाते में राशि जाने पर वह नियम अनुसार खरीदी कर सकता हैं । यह आर्डर 26 जून का है रिपोर्ट आने के बाद यदि गलत हैं तो कार्यवाही होगा।