कोरबा। अब घर बनाना और भी महंगाइ हो गया है। पखवाड़े भर के भीतर ही सरिया की कीमत में 4,000 रुपये प्रति टन का उछाल आया है। 15 अगस्त तक 56 हजार रुपये टन में बिकने वाला सरिया 60 हजार रुपये टन पार हो गया है। फैक्ट्रियों में सरिया 58 हजार रुपये टन और रिटेल में 60 हजार 500 रुपये टन बिक रहा है। वहीं सिमेंट की कीमतों में भी 60 रुपए प्रति बोरी का ईजाफा हुआ है। इस क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों के अनुसार आने वाले दिनों में इसकी कीमत में और बढ़ोतरी हो सकती है।
वीओ: देश की जनता पर महंगाई की मार कम होने का नाम नहीं ले रही। एक चीज के दाम कम होते हैं,तो दूसरे के दाम बढ़ जाते है। मोदी सरकार हाल ही में रसोई गैस की कीमतों में कटौती की थी लेकिन उसकी भरपाई भवन निर्माण सामग्रियों के दाम बढ़ाकर पूरी कर ली। सरिया में जहां चार हजार रुपए प्रति टन की बढ़ोत्तरी हुई है वहीं सिमेंट भी प्रति बोरा 60 रुपए महंगा हो गया है। सरिया की कीमतों में पिछले वर्ष 2022 में जबरदस्त तेजी आई थी और मार्च 2022 में यह अपने उच्चतम स्तर 80 हजार 400 रुपये टन पहुंच गया था। हालांकि इसके बाद कीमतों में गिरावट आई, लेकिन काफी दिनों तक सरिया की कीमत 60 से 65 हजार रुपये टन के बीच रही। इस वर्ष जुलाई में दाम और गिरे तथा सरिया की कीमत दो वर्ष पहले के स्तर पर पहुंच गई थी।वहीं दूसरी ओर सीमेंट कंपनियों ने सिमेंट की कीमतों में प्रति बोरा 60 रुपयों की बढ़ोत्तरी कर दी है। सितंबर के दूसरे सप्ताह में सीमेंट के दाम और भी बढऩे की संभावना जताई जा रही है। क्षेत्र से जुड़े सूत्रों के अनुसार सीमेंट कंपनियों ने दाम बढ़ाने के लिए कार्टेल भी बना लिया है और डीलरों को दाम बढ़ाने के संकेत दिए हैं।