जांजगीर चांपा। सनातन धर्म के मूल में परिवर्तन ना हुआ है और ना होगा क्योंकि धर्म परिवर्तन एक तरह से मतांतरण है जहां प्रत्येक व्यक्ति का मत अलग-अलग हो सकता है किंतु धर्म केवल सनातन धर्म है। धर्म में सौदा नहीं बल्कि सेवा की भावना होनी चाहिए उक्त बातें वृंदावन से पधारे रितेश्वर महाराज ने आनंदम धाम चांपा में एक पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि धर्म हमेशा जोडऩे का काम करता है किंतु मतांतरण से व्यक्ति मे नफरत,हिंसा, क्लेस तथा अशांति का माहौल उत्पन्न होता है इसलिए यह देश के भविष्य के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सनातन धर्म खतरे में नहीं है बल्कि राष्ट्र खतरे में दिखाई पडऩे लगा है। रितेश्वर महाराज ने चांपा के आनंदम धाम में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि राजनीति धर्म की पुत्री है क्योंकि राजनीति प्रजापालन की नीति है और देश में धर्मयुक्त राजनीति किया जाना चाहिए जो भी इस दिशा में विचार नहीं रखता ऐसे राजनीतिक दलों को दरकिनार किया जाना ही आवश्यक है। रितेश्वर महाराज ने आगे कहा कि आने वाले चुनाव में देश की जनता उसे दल को अपना समर्थन प्रदान करें जो उन्हें निशुल्क शिक्षा, चिकित्सा तथा अभिलंब न्याय दिलाने की बात का कहे इसके लिए जागरूकता चलाया जा रहा है। रितेश्वर महाराज ने कहा कि आनंदम धाम चांपा मानवता के सच्चे मार्ग पर आनंद के साथ जीवन जीने का मूल मंत्र प्रदान कर रहा है उन्होंने नारद मुनि को दुनिया का पहले एवं सबसे अच्छा पत्रकार बताते हुए कहा कि जब भी नारद जी प्रश्न करते थे उनके प्रश्नों में हमेशा कल्याण की भावना हुआ करती थी। नारद जी देवता एवं दानव दोनों से संपर्क में रहते थे जो धर्म की स्थापना एवं शांति पूर्ण समाज स्थापित करने की दिशा में प्रश्न करते रहे हैं। उन्होंने गौ संरक्षण के संदर्भ में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि आज के समय में गोवंश की सुरक्षा की बातें सभी करते हैं परंतु यह अब कठिन कार्य हो चला है क्योंकि आधुनिकता के समय में इसकी उपयोगिता अब नहीं है तथा देश के लोग मशीनों की सुविधाओं को अपना रहे हैं इस कारण से गौ संरक्षण का कार्य अब कठिन हो चला है अगर किसान गौ माता को अपने कृषि एवं अपने जीवन में अंगीकार कर लें तभी इनकी उपयोगिता सिद्ध हो सकती है। इस अवसर पर सत्येंद्र सिंह, विनोद अग्रवाल,कार्तिकेश्वर स्वर्णकार, अमर सुल्तानिया, संजय अग्रवाल आदि उपस्थित थे।