नई दिल्ली। उत्तराखंड और हिमाचल में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन का चरम और शनिवार को वीकेंड पर पर्यटक वाहनों के दबाव से एक बार फिर यातायात व्यवस्था चरमरा गई। उत्तराखंड के नैनीताल व कैंची धाम में उमड़ी पर्यटकों की संख्या के आगे सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए। सड़कों पर वाहनों का रेला रहा। जाम की वजह से गाडि़यां रेंगकर चलती रही। हालांकि नैनीताल में एंट्री प्वाइंट पर ही वाहनों को रोक दिया गया था, मगर जाम का झाम बरकरार रहा। कैंची के लिए शटल सेवा तो चली, फिर भी गाडि़यों के दबाव से अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे हांफ गया। दिनभर में करीब 20 हजार से अधिक सैलानी नैनीताल पहुंचे। वहीं, हिमाचल में चुनाव खत्म होते ही पर्यटन कारोबार को पंख लग गए हैं। अधिकतर पर्यटक स्थलों पर होटलों में आक्यूपेंसी 100 प्रतिशत है। मनाली में पर्यटकों को शहर के आसपास कमरे नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में शनिवार को बिना बुकिंग के आए पर्यटकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। नैनीताल में पुलिस ने सुबह से विशेष यातायात प्लान लागू कर दिया था। भवाली से आने वाले वाहनों के लिए मस्जिद तिराहा, हल्द्वानी से आने वाले वाहनों के लिए रूसी व कालाढूंगी से आने वाले वाहनों को नारायण नगर में रोका गया। जहां से पार्किंग वाले होटलों में एडवांस बुकिंग कराकर आ रहे पर्यटक वाहनों को ही एंट्री दी गई। शेष पर्यटकों को शटल सेवा से शहर तक भेजा गया। इसके बावजूद एंट्री प्वाइंट में जाम की स्थित बन गई।