जयपुर, १३ दिसम्बर ।
कभी-कभी छोटी बात इतनी बड़ी हो जाती है कि लेने के देने पड़ जाते हैं। ऐसा ही हुआ राजस्थान में जहां ठंडी पकौड़ी को लेकर शुरू हुए विवाद में पांच लोगों ने एक युवक की हत्या कर दी। वहीं, राजस्थान में पांच साल पुराने मामले में अदालत ने मुख्य आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और तीन आरोपियों को तीन महीने की सजा सुनाई है और अर्थदंड लगाया है। मामला ठंडी पकौड़ी को लेकर शुरू हुआ था यहां कुछ लोगों ने मिल एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या कर दी थी।
वहीं, एससी-एसटी कोर्ट ने मुख्य आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मामला झुंझुनूं जिले का है यहां कुछ लोगों ने सचिन नाम के युवक की हत्या कर दी थी।मामला उदयपुरवाटी थाने का है, जहां श्रीमाधोपुर के जयरामपुरा निवासी मोतीराम मीणा ने कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने शिकायत में बताया कि उनका बेटा सचिन कोट बांध घूमने आया था जहां पर रामावतार गुर्जर की पकौड़ी की दुकान थी।
सचिन ने पकौड़ी मांगी तो रामावतार ने उसे ठंडी पकौड़ीं दीं जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। रामावतार गुर्जर और उसके साथ पिंटू गुर्जर, रतनलाल अन्य लोगों ने मिलकर सचिन के साथ बेरहमी के साथ मारपीट की, जिससे सचिन की मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें रामावतार गुर्जर, मोहनलाल, रतनलाल, फूलचंद और पिंटू गुर्जर शामिल थे। मामले में 18 गवाह और 40 साक्ष्य पेश किए गए थे।
इस आधार पर कोर्ट ने आरोपियों को सजा का एलान किया। इसी के साथ सचिन को पांच साल के बाद इंसाफ मिला।