नोएडा, २४ अगस्त । पाकिस्तान से भारत के नोएडा आई सीमा हैदर का मामला अभी शांत नहीं हुआ था। इससे पहले पति की तलाश में भारत आई महिला का एक और मामला सामने आ गया। बांग्लादेश की एक महिला सोनिया अख्तर पति की तलाश में नोएडा आ गई। महिला का दावा है कि सौरभकांत तिवारी ने उससे 2021 में शादी की थी।बांग्लादेशी महिला सोनिया अख्तर को धोखे में रखकर सौरभ ने निकाह किया था। सौरभ ने सोनिया को बताया था कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है और वह उससे मतांतरण कर निकाह करना चाहता है। जिसके बाद उसने मर्जी से मुस्लिम धर्म अपनाते हुए निकाह किया।इसके लिए सौरभ के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई। यह दावा सोनिया की ओर से किया जा रहा है, जबकि सौरभ ने बांग्लादेश में जबरन मतांतरण का आरोप लगाया है। पुलिस द्वारा जारी काउंसलिंग के दौरान सोनिया अख्तर ने सौरभ के आरोपों को दरकिनार करते हुए दस्तावेज पेश किए हैं। सौरभ द्वारा बांग्लादेश की राजधानी ढाका में दिया गया शपथ पत्र और निकाहनामा शामिल है।मतांतरण के संबंध में 11 अप्रैल 2021 को अंग्रेजी में बने शपथ पत्र में भारतीय पासपोर्ट नंबर की जानकारी देकर बताया गया है कि सौरभ कांत तिवारी मूलरूप से राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला है। पिता का नाम हरवारूप तिवारी और माता का नाम शकुंतला शर्मा है। उसका जन्म दो मई 1976 को भारत में हिंदू परिवार में हुआ था। उसमें लिखा है कि मेरा नाम सौरभ कांत तिवारी था, लेकिन अब मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद मैंने निर्णय लिया है कि मेरा नाम सिर्फ सौरभ रहेगा। साथ ही यह आश्वासन दिया था कि मैं अब मुस्लिम धर्म के नियमों का पालन करुंगा। निकाहनामा उर्दू में बना हुआ है। नोएडा पुलिस सोनिया अख्तर से मिले फोटो और दस्तावेज की जांच कर रही है।सोनिया के मुताबिक सौरभ ने उन्हें बताया था कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है, जबकि पहली पत्नी रचना तिवारी जीवित हैं और दो बच्चे उनके साथ हैं। निकाह के चार माह बाद जब सोनिया गर्भवती हो गईं तो सौरभ ने बताया कि उसने झूठ बोला था कि पत्नी की मौत हो गई है। पत्नी भारत में है और उसके साथ दो बच्चे भी हैं। इस पर सोनिया को तगड़ा झटका लगा, लेकिन सौरभ के समझाने पर सोनिया ने विरोध नहीं किया। एडीसीपी महिला सुरक्षा प्रीति यादव का कहना है कि दोनों की काउंसलिंग और जांच की जा रही है। जांच के बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। सोनिया अख्तर ने बताया कि वह स्नातक करने के बाद ढाका की एक कंपनी में नौकरी करने लगी। कंपनी केमिकल बेचने का काम करती है। सौरभ जिस कंपनी में काम करता था, उस कंपनी को केमिकल की आवश्यकता रहती थी। सोनिया के मुताबिक उसे हिंदी बोलनी आती है, लेकिन लिखनी नहीं आती। चूंकि सौरभ की कंपनी का मालिक भारत के केरल से हैं, इसलिए कंपनी मालिक और सौरभ कांत तिवारी से केमिकल की डील के लिए मीटिंग करने का आदेश मिला। उसी दौरान सौरभ से पहली बार मुलाकात हुई। सोनिया का आरोप है कि दूसरी मीटिंग के दौरान सौरभ ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया। जिसे उसने सौरभ की उम्र अधिक होने और हिंदू होने के चलते ठुकरा दिया। सोनिया अख्तर ने दावा किया है कि निकाह से तीन दिन पहले 11 अप्रैल 2021 को सौरभ ने बांग्लादेश की कोर्ट में जाकर इस्लाम धर्म अपनाया। इसके बाद निकाह किया और कंपनी की ओर से मिले घर में सौरभ ने उसे रखा। निकाह के बाद लगभग दो वर्ष तक वह उसके साथ रहा। इस दौरान उसने सौरभ को नमाज पढऩा सिखाया। वह घर में नमाज अदा करता था। वह टोपी लगाकर सौरभ मस्जिद भी जाता था। उसने सौरभ के लिए इंग्लिश में लिखी कुरान भी खरीदी थी।