नईदिल्ली, २2 जुलाई [एजेंसी]।
देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश से हाहाकार मचा है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रखी है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में मौसम विभाग ने आज फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मुंबई में तो सडक़ें तालाब बन गई हैं। वहीं, पालघर आज फिर रेज अलर्ट पर है। मौसम विभाग द्वारा भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के मद्देनजर पालघर और ठाणे में स्कूलों को शनिवार को बंद घोषित कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश में तेज बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। उज्जैन में बारिश से विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गणेश मंडपम में पानी भर गया, जिसे मोटर लगाकर बाहर निकाला गया। इस कारण मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंचने वाले दर्शनार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लेह में बादल फटने के बाद भारी तबाही देखने को मिली। एनएच पर मलबा बिखरा पड़ा है, जिसको हटाने के लिए अधिकारी जुट गए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने शनिवार को रायगढ़ के भूस्खलन प्रभावित इरशालगढ़ में अपना खोज और बचाव अभियान जारी रखा। अधिकारियों ने बताया कि अब तक घटनास्थल से 22 शव बरामद किए जा चुके हैं।
महाराष्ट्र में लगातार बारिश के कारण यवतमाल में घर, सडक़ें पानी में डूब गई हैं। क्षेत्र में गंभीर जलजमाव देखा गया। महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश से हालात चिंताजनक बन गए हैं। मौसम विभाग ने आज भी मुंबई समेत कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी। इसके चलते पालघर और ठाणे में स्कूलों को शनिवार को बंद घोषित कर दिया गया है।हिमाचल प्रदेश में मनाली के करजां व जगतसुख में बादल फटा है, जिसके चलते करजां नाले ने भारी तबाही मचाई। भूस्खलन होने के चलते दो राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिए गए हैं। 24 घंटे के दौरान चार जगह भूस्खलन हुआ। मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल में तीन स्थानों पर बादल फटने की खबर मिली है। वहीं, उत्तराखंड में पौड़ी के थलीसैंण में बादल फटने से आए चारों ओर मलबा फैल गया, जिसकी चपेट में आकर गोशाला और आठ छोटी पुलिया बह गई। उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण भूस्खलन के बाद यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। यमुनोत्री और बद्रीनाथ मार्ग कई घंटे बंद रहा। मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल यमुनोत्री में 200 से ज्यादा तीर्थ यात्री अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं। 200 से अधिक गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा हुआ है। कटरा में माता वैष्णो देवी के महत्वपूर्ण बैटरी कार मार्ग पर तडक़े फिर भूस्खलन हुआ। 40 से 50 फीट मार्ग क्षतिग्रस्त होने से इसे श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग ने 25 जुलाई तक मौसम के मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है। देश के तटीय राज्यों में शनिवार को भी भारी बारिश देखने का मिल सकती है।ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय तटों पर अगले कुछ दिन भारी बारिश की आशंका जताई गई है।