
प्रयागराज, १० अगस्त । माफिया अतीक के बेटे उमर व अली के साथी मो. नसरत को खुल्दाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले तीन महीने से रंगदारी और अपहरण के मुकदमे में वांछित चल रहा था। चकिया निवासी नसरत के खिलाफ उसके भाई बिल्डर मो. मुस्लिम ने ही मुकदमा दर्ज करवाया था। इसी मामले में अभी एहतेशाम करीम और अजय भी फरार चल रहे हैं।अप्रैल में माफिया अतीक के खास बिल्डर व हिस्ट्रीशीटर मो. मुस्लिम की तहरीर पर खुल्दाबाद पुलिस ने रंगदारी मांगने, अपहरण कर प्रताडि़त करने के आरोप में जेल में बंद अली, उमर के अलावा असाद कालिया, एहतेशाम करीम, अजय व मो. नसरत को नामजद किया था। उसका आरोप था कि अतीक, अशरफ और उनके गुर्गे धमकी देते हुए रंगदारी मांगते थे। करीब 15 करोड़ रुपये की जमीन देवघाट झलवा में है, जिसे अली व उमर के नाम करने का दबाव बनाया जा रहा था।जब वह लखनऊ से अपने घर चकिया आया तो असाद, अली, उमर, अतीक का गनर एहतेशाम, अजय व नसरत ने पांच करोड़ की रंगदारी मांगी और फिर जबरन कार में बैठाकर माफिया के कार्यालय ले गए। वहां बंधक बनाकर पीटा गया और रंगदारी न देने पर जमीन अतीक के बेटों के नाम बैनामा करने को कहा था। खुल्दाबाद थाने में मुकदमा होने के बाद आरोपित घर छोड़कर भाग निकला था। मंगलवार रात उसकी लोकेशन मिलने पर प्रभारी निरीक्षक (आइपीएस) नीतू , इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा ने टीम के साथ घेरेबंदी करके दबोच लिया गया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि जल्द ही वांछित चल रहे आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।लखनऊ जेल में बंद उमर और नैनी जेल में निरुद्ध अली व असद का खुल्दाबाद पुलिस ने रिमांड बनवा लिया है। पुलिस का कहना है कि रंगदारी के मुकदमे में तीनों आरोपित जेल में बंद हैं, जिनका रिमांड बनवाया गया है। अब मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए कार्रवाई की जाएगी।