
बिश्रामपुर। साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं के बीच बीते 12 अगस्त को शिवनंदनपुर निवासी परिवहन ठेकेदार अजयपाल पाल सिंह से 5.91 लाख रुपये की आनलाइन ठगी कर लिए जाने के मामले में अंतत: बिश्रामपुर पुलिस ने अज्ञात साईबर आरोपित के विरुद्ध धारा 420, 66 डी के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है। ठगी के शिकार ट्रांसपोर्टर ने उसी दिन ठगी की शिकायत सूरजपुर कोतवाली परिसर स्थित साइबर सेल में दर्ज कराई थी। आनलाइन फ्रॉड के शिकार पप्पू सिंह उर्फ अजय पाल सिंह ग्राम पचिरा स्थित त्रिवेणी ट्रांसपोर्ट के संचालक हैं। वे मूलत: ग्राम नवीन नवरार थाना चंदिया जिला उमरिया मध्यप्रदेश के रहने वाले है और वर्तमान में शिवनन्दनपुर बिश्रामपुर में रह रहे है। उन्हें डीजी ट्रांसपोर्ट से 12 हजार 968 रुपये लेना था। जिसके एवज में उसे उक्त रकम का चेक दिया गया। उन्होंने बीते साल सात अगस्त को आइडीबीआइ बैंक सूरजपुर में 12 हजार 968 रुपये का चेक क्लियरेंस के लिए जमा किया था। चेक क्लियरेंस की जानकारी लेने के लिए उन्होंने 12 अगस्त को गूगल के जरिए बैंक का कस्टमेर केयर का कांटेक्ट नंबर सर्च कर संबंधित नंबर पर जानकारी लेने के लिए कॉल किया। जवाब में उन्हें एक अन्य नंबर पर बात करने के लिए कहा गया। संबंधित नंबर से ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले व्यक्ति ने अजय पाल से चर्चा कर उसे अपने झांसे में लेकर एक ऐप डाउनलोड कराया। आधार कार्ड का नंबर लेने के बाद ओटीपी नंबर की जानकारी लेने के बाद आरोपित ने अजय पाल सिंह के यूनियन बैंक सूरजपुर के खाते से तीन बार में पांच लाख 91 हजार रुपये आहरण कर लिए। इस दौरान आरोपित द्वारा अजय पाल का मोबाइल हैक कर लिए जाने के कारण उनका मोबाइल बंद हो गया। ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने की जानकारी मिलते ही अजय पाल सिंह ने तत्काल संबंधित बैंक के साथ ही सूरजपुर पुलिस को ठगी होने की जानकारी दी। उसके बाद कोतवाली पुलिस के कहने पर कोतवाली परिसर स्थित साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी।जिस पर अब बिश्रामपुर पुलिस ने अज्ञात साइबर आरोपित के विरुद्ध धारा 420, 66 डी के तहत अपराध दर्ज किया है। बता दें कि पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के बाद भी सूरजपुर जिले में आए दिन लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। वही पुलिस द्वारा बार-बार लोगों से अपील की जा रही है कि मोबाइल पर किसी भी व्यक्ति को अपने बैंकिंग संबंधी कोई भी जानकारी ना दें। उसके बावजूद नए नए तरीकों से लोग आए दिन ठगी के शिकार हो रहे हैं।