कानपुर, २२ अक्टूबर ।
शिक्षिका के यहां से 25 लाख के जेवर चोरी कर चोरों ने सर्राफ को बेच दिए। पुलिस ने माल बरामद कर लिया, लेकिन हड़प लिया। पुलिस आयुक्त ने जांच कराई तो आरोप सही निकले। सोमवार को थाना प्रभारी विजय दर्शन शर्मा, एक दारोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंदर के मुताबिक, चोरी के मुकदमे में इन पुलिसकर्मियों के नाम भी जोड़े जाएंगे। बर्रा निवासी शालिनी दुबे फतेहपुर में शिक्षिका हैं। उनके पति प्रदीप कुमार बीएसएफ में हैं और सिलीगुड़ी में तैनात हैं। शालिनी 31 सितंबर को भोज में शामिल होने घाटमपुर गई थीं। देर रात घर लौटीं तो घर से 25 लाख रुपये के जेवर चोरी होने की जानकारी हुई। पुलिस को एक फुटेज मिली, जिसमें तीन युवक उनके घर की तरफ जाते दिखे। मामले में एक चोर को गिरफ्तार किया गया। बाद में दूसरा चोर भी पकड़ा गया, जबकि तीसरा अब तक फरार है। आरोप है कि चोरी गए जेवर रेल बाजार में एक सर्राफ के यहां से बरामद हुए, लेकिन रेल बाजार थाने की पुलिस ने जेवरों की बरामदगी न दिखाकर खुद के पास रख लिए। पकड़े गए चोर सुनील से एक लाख रुपये भी वसूले गए।अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि रेल बाजार के थाना प्रभारी विजय दर्शन शर्मा, प्रशिक्षु दारोगा नवीन श्रीवास्तव, सिपाही आमिल हाफिज और सुभाष चंद्र तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।सिपाही आमिल हाफिज को रविवार को ही लाइन हाजिर कर दिया गया था। थानाध्यक्ष को जांच पूरी होने तक अवकाश पर भेज दिया गया था। आरोपी पुलिसकर्मियों से बयानों के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका। शालिनी दुबे ने बताया कि दोनों चोरों की गिरफ्तारी के दौरान उन्हें थाने बुलाया गया था। उनके काफी जेवर चोरी हुए, जिसका एक चौथाई अब तक नहीं बरामद हुआ। आधा किलो चांदी के जेवर भी दिखाए थे।
उनके न होने पर जब मना किया तो पुलिस बोली अभी पेपर में हस्ताक्षर कर दीजिए। बाद में कोर्ट में मना कर देना। रेल बाजार थाना पुलिस की करतूत के बारे में पता चला है। उन्हें विश्वास ही नहीं हो पा रहा है कि पुलिस ऐसा भी कर सकती है। मोमबत्ती व्यापारी से जबरन 50 हजार रुपये वसूलने के आरोपी चौकी प्रभारी और एक दारोगा पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को निलंबित भी किया गया है। मुकदमे में घाटमपुर के सभासद और एक मेडिकल स्टोर संचालक को भी नामजद किया गया है। मोमबत्ती कारोबारी उदय प्रकाश साहू ने बताया कि पुलिस चौकी में उन्हें बुलाकर घर सीज करने और माल जब्त करने की धमकी दी गई। उनसे पैसे मांगे गए। अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंदर ने बताया कि जांच में चौकी प्रभारी कस्बा आशीष कुमार चौधरी और सब इंस्पेक्टर अनुज नागर दोषी पाए गए। दोनों के खिलाफ जबरन वसूली की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्हें निलंबित करने के साथ गिरफ्तार भी कर लिया गया है।