जांजगीर-चांपा। जिले में पुलिस की भूमिका पर हमेशा से लोगों का भरोसा काम ही रहा है क्योंकि इनकी कार्य प्रणाली से लोग संतुष्ट नहीं हो रहे। जांजगीर की पुलिस पूरी तरह से नाकारा ही सबित होते रही है। जिस कारण से आए दिन जिले में बड़ी-बड़ी वारदातें होते रहती है।
पुलिस को इन मामलों की भनक तक नहीं लगती और घटना घटने के बाद पुलिस जांच के नाम पर केवल लीपा पोती करते रहती हैं।
ऐसा ही वाक्या कल देखने को मिला जहां पुलिस कंट्रोल रूम के सामने स्थित गोपाल मेडिकल स्टोर एवं अशोक मेडिकल स्टोर में चोरों ने लक्ष्य साधते हुए चोरी की घटना को अंजाम दिए हैं जिसमें लगभग 1लाख रुपए एवं 3लाख का हस्ताक्षर युक्त चेक कर लेकर भाग गए हैं पुलिस घटना के बाद केवल हवा में लाठी पीट रही है। इतना ही नहीं चोरों ने एक अन्य मेडिकल स्टोर व एक संस्थान से चोरी को अंजाम देने की कोशिश की। लेकिन वहां चोरों को कुछ नहीं मिला। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने डॉग स्क्वायड की मदद से चोरी का सुराग लगाने लगी है। लेकिन चोरी का सुराग नहीं लगा है।
ज्ञात होगी हो कि पुलिस कंट्रोल रूम के सामने शरद कुमार गोपाल का गोपाल मेडिकल स्टोर स्थित है। जहां रात एक बजे शटर उठाकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। गोपाल मेडिकल स्टोर के संचालक ने सोमवार की सुबह जब अपनी दुकान खोलने आया तो दुकान का शटर टूटा हुआ था। अज्ञात चोरों ने दराज में रखे तकरीबन एक लाख रुपए नकद व तीन लाख रुपए का हस्ताक्षर युक्त चेक को पार कर दिया था। गोपाल ने मामले की रिपोर्ट सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। पुलिस अज्ञात चोरों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है।
पुलिस कंट्रोल रूम से पूरे जिले की मॉनिटरिंग की जाती है। साथ ही यहीं से गश्त टीम विभिन्न दिशाओं में गश्त के लिए निकलती है। इतना ही नहीं पुलिस कंट्रोल रूम में दर्जन भर पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। ताकि कहीं रात को अप्रिय घटना होने पर उससे निपटा जा सके। लेकिन उन्हीं के दहलीज के चार कदम दूर से जब चोर चोरी की वारदात को अंजाम दे सकते हैं तो जिले के दूरस्थ स्थानों का क्या हाल हो सकता है अंदाजा लगाया जा सकता है।
सच कहा जाए तो वर्तमान सिटी कोतवाली में पदस्थ अधिकारी के द्वारा यह थाना नहीं सम्हाल पा रहा है वे जब से आए हैं तब से जिला मुख्यालय में अपराध लगातार बढ़ रही है।वही चोरी की वारदातें लगातार होने लगी है । जिस तरह से चोरी की घटना लगातार घट रही है इससे यही लगता है कि चोरों को थानेदार का खुला संरक्षण प्राप्त है।वर्तमान थाना प्रभारी सिटी कोतवाली के लायक नहीं है ऐसा लगता है।