यरुशलम। सात महीने के युद्ध के बाद भी इजरायली सेना पूरे गाजा में फलस्तीनी लड़ाकों से लड़ रही है। इजरायली सेना ने जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में फिर से बड़े हमले किए हैं। इन हमलों में 19 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए हैं। इसके अतिरिक्त रफाह के बाहरी हिस्से में भी लड़ाई जारी है। अभी तक करीब तीन लाख लोगों ने रफाह छोड़ दिया है और सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। इस बीच इजरायल ने गाजा के लिए अमेरिका की युद्ध उपरांत योजना को अस्वीकार कर दिया है। इस योजना में गाजा में अरब और मुस्लिम देशों के सहयोग से फलस्तीनी प्राधिकार को सत्ता संभालनी थी। गाजा में हमास लड़ाके फिर से संगठित हो रहे हैं और इजरायली सेना पर हमले कर रहे हैं। उन्हें जवाब देने के लिए इजरायल के लड़ाकू विमानों ने शनिवार-रविवार की रात जबालिया शरणार्थी क्षेत्र, दीर-ए-बलाह और उत्तरी गाजा के कस्बों में भीषण बमबारी की। गाजा सिटी में भी टैंकों द्वारा गोलाबारी की सूचना है। दीर-ए-बलाह में इजरायली हमले में दो डाक्टर मारे गए हैं। जबालिया के रहने वाले 48 वर्षीय आब्देल करीम रादवान के अनुसार यह बहुत मुश्किल रात थी। कई घंटे लगातार बमबारी होती रही। यह इजरायल का पागलपन है। इजरायली हमलों में गाजा में अभी तक 35 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया है कि इजरायल अगर रफाह पर जमीनी हमला करता है तो उसे वहां पर कार्रवाई के लिए अमेरिकी हथियार नहीं मिलेंगे। इजरायली सेना के सात महीने से हमले झेल रहा हमास अभी भी इजरायल की भूमि पर हमला करने की स्थिति में है। शनिवार को मध्य रात्रि के बाद गाजा के उत्तरी भाग से इजरायल के समुद्र तटीय शहर अश्केलान पर राकेट हमला किया गया। आवासीय अपार्टमेंट पर हुए इस हमले में तीन लोग घायल हुए हैं। अश्केलान गाजा से दस किलोमीटर दूर इजरायल का शहर है। इसी के साथ इजरायल की गाजा से संपर्क वाली केरेम शेलोम क्रा¨सग को हमास ने शनिवार को एक बार फिर से निशाना बनाया। पिछले हफ्ते यहां पर हुए हमास के हमले में चार इजरायली सैनिक मारे गए थे।