
बागी उम्मीदवार को टिकट देने पर त्यौरियां चढ़ी
कोरबा। अपनी रणनीतिक तैयारी के आधार पर कांग्रेस पार्टी ने कोरबा जिले में अनुसूचित जनजाति सुरक्षित सीट रामपुर से अबकी बार राठीया समाज से आने वाले फूल सिंह को प्रत्याशी बनाया है। 10 वर्ष पहले इस क्षेत्र से विधायक रह चुके श्यामलाल कंवर को इस बार मौका नहीं दिए जाने के कारण उनके साथ-साथ समर्थक काफी आक्रोशित है। एक तरह से उन्होंने बाकी तेवर अपना लिए हैं। ऐसे में कहां जा रहा है कि इस तरह के हालत कांग्रेस के लिए मुसीबत और भाजपा के लिए संजीवनी साबित हो सकते हैं।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कई जगह अपने मौजूदा और पूर्व विधायकों को इस बार चुनाव से दूर रखा है। इसके पीछे कई कारण और आधार बताए जा रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि जीतने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार के परिवर्तन करने की जरूरत समझी गई है। लेकिन रामपुर के मामले में कांग्रेस का यह निर्णय वर्ष 2013 में विधायक चुने गए श्यामलाल कंवर को काफी हैरान करने वाला नजर आ रहा है।
श्यामलाल 2018 का चुनाव पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता टंकी राम कंवर से हार गए थे। यहां पर उनकी स्थिति तीसरे नंबर पर रही जबकि जोगी कांग्रेस से वास्ता रखने वाले फूलसिंह राठिया को दूसरी रैंक मिली। लेकिन अबकी बार यही फूल सिंह यहां पर कांग्रेस के चेहरे बने हुए हैं जिसे लेकर कांग्रेस नेता श्यामलाल कंवर के अलावा उनके कई समर्थक बेहद नाराज है। सवाल किया जा रहे हैं कि बागियों के साथ आखिर इस तरह की मेहरबानी दिखाने का क्या मतलब है। अलग-अलग स्तर पर इस मामले में कई तरह की बातें और बयान सामने आ रहे हैं जिनसे यह जाहिर होता है कि रामपुर में प्रत्याशी चयन के मसले को लेकर कई प्रकार की चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। माना जा रहा है कि खुद को चुनाव मैदान से अलग-अलग कर देने के कारण श्यामलाल कंवर सहित उनके बहुत सारे समर्थक अपने हिसाब से अंदरखाने की रणनीति पर काम करेंगे और यहां की राजनीतिक हवा को प्रतिकूल करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
माना जा रहा है की जो परिवर्तन रामपुर के मामले में किया गया है, उससे भाजपा को कितनी आसानी होगी यह अलग बात है लेकिन कांग्रेस के लिए मुसीबत बढ़ेगी इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं हो सकता। अब जबकि 21 अक्टूबर से नामांकन पत्र भरे जाने की प्रक्रिया शुरू हो रही है ऐसे में नहीं लगता कि कांग्रेस संगठन रामपुर विधानसभा को लेकर प्रत्याशी के निर्धारण को लेकर कोई संशोधन करेगी।