जयपुर, 10 मार्च । राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं करने सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। दरअसल, राज्य में ईंधन की ऊंची कीमतों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से अगले 48 घंटों के लिए नो परचेज, नो सेल हड़ताल की घोषणा की गई है। यह 10 मार्च सुबह 6 बजे से 12 मार्च सुबह 6 बजे तक रहेगा। समाचार एजेंसी से बात करते हुए, राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष संदीप बगेरिया ने कहा, राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने अगले 48 घंटों के लिए सुबह 6 बजे से नो परचेज, नो सेल हड़ताल की घोषणा की है। हमारा उद्देश्य राज्य में ईंधन की ऊंची कीमतों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बढ़े वैट के कारण राज्य में पेट्रोल पंप संचालकों को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है।बगेरिया ने कहा, राजस्थान में वैट बढऩे से पेट्रोल पंप संचालकों को लगातार नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। हम लंबे समय से सरकार से वैट घटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। राजस्थान की तुलना में पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल काफी सस्ता बिक रहा है। एक और मांग है कि पिछले 7 साल से डीलरों का कमीशन नहीं बढ़ा है। इसके कारण, राजस्थान के अधिकतर पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर आ गए हैं। बगेरिया ने कहा, हमारे ट्रेड एसोसिएशन के 33 फीसदी डीलर बंद होने के कगार पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पेट्रोल की कीमतों को कम करने के वादे पर प्रकाश डालते हुए, बगेरिया ने कहा, पीएम मोदी ने वादा किया था कि भाजपा सरकार पेट्रोल की कीमतें कम करेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। राजस्थान में पेट्रोल पर सबसे अधिक वैट है, इसलिए राज्य में पेट्रोल की कीमतों को कम करने की आवश्यकता है, जो अन्य राज्यों की कीमतों के बराबर हैं। सिरोही में दो समूहों की लड़ाई में गई तीसरी की जान, शिवरात्रि मेले में ड्यूटी कर रहे कांस्टेबल की चाकू मारकर हत्याउन्होंने कहा, कोविड के दौरान केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर वैट बढ़ाया था, लेकिन अब तक इसमें सुधार नहीं किया गया है। जिसके कारण राज्य भर में पेट्रोल पंप संचालक परेशानी का सामना कर रहे है।