सूरजपुर। बसदेई इलाके से भारी मात्रा में सेमर पेड़ों की अवैध कटाई कर 15 किलोमीटर दूर नमदगिरी गांव में भंडारित कर उसे ट्रक में उत्तरप्रदेश भेजे जाने का मामला प्रकाश में आया है। सूचना पर सूरजपुर एसडीएम जगन्नाथ वर्मा ने नमदगिरी गांव पहुंचकर अवैध लकड़ी लोड एक ट्रक को पकडक़र कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया है। वहीं घटना स्थल पर भंडारित एक ट्रक से अधिक लकड़ी को एक पंच के सुपुर्द करते हुए जांच शुरु कर दी है।
सूत्रों की माने तो राजस्व व वन विभाग से अनुमति प्राप्त किए बिना कथित लकड़ी तस्कर द्वारा बसदेई इलाके में बड़े पैमाने पर गैर इमारती लकड़ी की अवैध कटाई कराई जा रही है। उसके बाद काटे गए हरे भरे पेड़ो की मोटी मोटी बोंगियो को ट्रैक्टरों से ढुलाई करा कर 15 किलोमीटर दूर नमदगिरी गांव में पानी टंकी के समीप खुले में संग्रहित करा कर ट्रकों के जरिए उत्तरप्रदेश भेजा जा रहा है। शनिवार की देर शाम एसडीएम जगन्नाथ वर्मा को ट्रक क्रमांक यूपी 25 सीटी 1388 में अवैध लकड़ी लोड होने की जानकारी दी गई। जानकारी मिलते ही एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर लकड़ी की मोटी मोटी बोंगियो से लोड उक्त ट्रक को पकड़ा। ट्रक ड्राइवर ने ट्रक मे लोड लकडिय़ों का कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किया। इस पर एसडीएम ने लकड़ी लोड ट्रक को पकडक़र कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया। वही खुले में संग्रहित एक ट्रक से अधिक लकड़ी को जब्त कर एक पंच को सुपूर्दनामे में सौपा। बता दें कि गैर इमारती पेड़ो की कटाई के लिए अनुमति लेकर सत्यापन कराना आवश्यक है। राजस्व भूमि पर पेड़ कटाई के लिए एसडीएम और वन भूमि पर पेड़ कटाई के लिए वन विभाग की अनुमति लेना आवश्यक है। भंडारण के लिए भी अनुमति लेना जरूरी हैं। लेकिन इस मामले में दोनो ही विभाग से अनुमति नही लिए जाने की संबंधितो ने पुष्टि की है। यह लकड़ी तस्करी का खेल लंबे समय से कथित वन अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है। लकड़ी तस्करी की सूचना मिलने पर मैंने नमदगिरी गांव में पानी टंकी के पास लकड़ी लोड एक ट्रक को जब्त कर कोतवाली पुलिस तथा जमीन में रखी लकडिय़ों को एक पंच को सुपुर्दनामे पर दिया है। मामले का परीक्षण कर वैधानिक कार्रवाई ही की जाएगी।