
अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि उनके पैरों के तलवों में जलन होती है। चलने या फिर गर्मी में पैरों के तलवे में जलन होना आम बात है। लेकिन घर में बैठे-बैठ या फिर रात में सोने के समय आपके पैरों के तलवे में जलन होती है, तो इसे आम समस्या समझने की गलती नहीं करनी चाहिए। बता दें कि यह तीन बड़ी बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं। हेल्थ एक्सपट्र्स के मुताबिक पैरों के तलवों में जलन होना काफी महत्वपूर्ण और आम लक्षण है।
आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको पैरों के तलवे में जलन होने के कुछ कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं। हेल्थ एक्सपट्र्स के मुताबिक आपके पैरों की नसों में कुछ खराबी होने पर पैर के तलवों में जलन की समस्या होने लगती है। इसे न्यूरोपैथी कहा जाता है। हांलाकि इसके कई कारण हो सकते हैं। जिनमें से 3 मुख्य कारण हैं। ऐसे में पैरों के तलवे में जलन होने पर आपको समय रहते कुछ जरूरी टेस्ट जरूर करवाने चाहिए।
डायबिटीज के कारण पैर या फिर तलवे में जलन की समस्या हो सकती है। डायबिटीज होने पर हाई ब्लड शुगर लेवल आपके शरीर की सारी नसों को डैमेज करने लगता है। जिसका सबसे पहले और आम लक्षण पैरों में दिखाई पड़ता है। डायबिटीज के 50 प्रतिशत मरीजों के पैरों व तलवे जलन की समस्या पायी जाती है।
हमारे शरीर के लिए प्रोटीन, विटामिन्स आदि बहुत जरूरी होता है। लेकिन बहुत कम फूड्स में विटामिन पाया जाता है। जिस कारण लोगों में विटामिन की कमी पाई जाती है। वहीं शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने से नसों की रिपेयरिंग रुक जाती है। जिससे नसें कमजोर होने लगती हैं। इससे भी खड़े होने पर दर्द, पैरों में भारीपन, पैर-तलवों में जलन और नसों के आसपास खुजली होना नसों की कमजोरी के कुछ प्रमुख लक्षण होते हैं। हाइपोथायरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्लैंड से हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है। जिसके कारण वजन तेजी से बढऩे लगता है। बताया जाता है कि इस बीमारी से फ्लूइड रिटेंशन भी होता है। फ्लूइड रिटेंशन से पेरिफेरल नव्र्स पर ज्यादा दबाव पडऩे लगता है।
नसों में जान भरने के टिप्स,ताजे फल और सब्जी खाएं,कंप्रेशन सॉक्स पहनें,फिजिकल एक्टिव रहें,हाइड्रेशन पर ध्यान दें, स्मोकिंग ना करें