कोरबा। पर्यावरण के बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता। यह बहुत मायने रखता है क्योंकि ग्रह पृथ्वी मनुष्यों के लिए एकमात्र घर है। यह भोजन, हवा, पानी और लाखों अन्य चीजें प्रदान करता है। मानवता की संपूर्ण जीवन-सहायक प्रणाली पूरी तरह से पृथ्वी पर रहने वाली सभी प्रजातियों की भलाई पर निर्भर करती है।पर्यावरण हमें उत्पादन के लिए संसाधन प्रदान करता है जिसमें नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय संसाधन शामिल हैं। पर्यावरण में सूर्य, जल, वायु और मिट्टी शामिल है जिसके बिना मानव जीवन का अस्तित्व नहीं होगा। यह आनुवंशिक विविधता और जैव विविधता प्रदान करके जीवन को बनाए रखता है।प्रदूषक जो हवा को खराब कर रहे हैं और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को बढ़ा रहे हैं, मनुष्यों के लिए बहुत ख़तरनाक हैं। कार्बन डाइऑक्साइड के बढ़ते स्तर से ग्लोबल वार्मिंग होगी।इनका हमारे स्वास्थ्य पर कई तरह के प्रभाव पड़ रहे हैं। जल , वायु और मृदा प्रदूषण मनुष्यों, जंगली और घरेलू जानवरों और पौधों में महत्वपूर्ण प्रतिकूल स्वास्थ्य परिणाम पैदा कर सकता है। पर्यावरण प्रदूषण कई गैर-संक्रामक रोगों, जिनमें कैंसर और श्वसन संबंधी बीमारी शामिल हैं, के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव डालने के साथ-साथ वायु प्रदूषण हमारे प्राकृतिक पर्यावरण के लिए भी हानिकारक हो सकता है। हवा में मौजूद प्रदूषक संवेदनशील पौधों और पेड़ों के लिए जहरीले हो सकते हैं, जबकि वर्षा में मौजूद प्रदूषक एसिड या अतिरिक्त पोषक तत्वों को जमा करके आवासों को नुकसान पहुंचाते हैं।
प्रदूषण तब होता है जब हानिकारक पदार्थ प्रकृति में प्रवेश करते हैं और चीजों को खराब करते हैं। प्रदूषण के विभिन्न प्रकार हैं जैसे गंदी हवा, गंदा पानी, गंदी मिट्टी, बहुत अधिक शोर और बहुत अधिक रोशनी। प्रदूषण के स्रोत विविध हैं, जिनमें औद्योगिक गतिविधियों से लेकर घरेलू अपशिष्ट तक शामिल हैं। उपरोक्त सभी तथ्यों के मद्दे नजर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने क्षेत्र वासियों से प्रदूषण मुक्त दीवाली मनाने की अपील की है । साथ ही विद्यालय परिसर में एक से बढक़र एक आकर्षक रंगोली एवं दिये जलाकर मां लक्ष्मी की आराधना करने हेतु निवेदन किया है। विद्यालय परिसर में सभी कक्षा के विद्यार्थियों ने विभिन्न आकर्षक रंगोली बनाकर तथा दिये जलाकर प्रदूषणमुक्त दिवाली मनाने की अपील की।पूरे विद्यालय परिसर को आकर्षक रंगोली से सुसज्जित किया गया एवं दियों से रोशन किया गया।विद्यार्थियों ने पूरे क्षेत्रवासियों को प्रदूषणमुक्त दिवाली मनाने का प्रत्यक्ष संदेश दिया एवं अपील की कि यदि हम प्रदूषण मुक्त दिवाली का संकल्प ले ले तो हम विभिन्न प्रकार से प्रकृति मां की सेवा करके मानव हित में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अपना योगदान दे सकते हैं। क्योंकि यदि हम पटाखे जलाते हैं तो इससे न सिर्फ भूमि प्रदूषण होती है अपितु ध्वनि, वायु एवं मृदा प्रदूषण सहित विभिन्न प्रकार के प्रदूषण से हमारी प्रकृति दूषित होती है एवं मानव विभिन्न प्रकार की बीमारियों से भी से ग्रसित हो जाता है। साथी यदि हम पटाखे का अत्यधिक उपयोग करते हैं तो हम इसके खतरों से भी नहीं बच सकते। आए दिन अखबारों में हमें पढऩे को मिलता है कि पटाखों के धमाकों से कितना नुकसान मानव जीवन को होता है। इंडस पब्लिक स्कूल के सभी विद्यार्थियों ने पूरे क्षेत्रवासियों से विनम्र अपील की कि वे मां प्रकृति की सेवा प्रदूषण मुक्त दीवाली मना कर कर सकते हैं । दिवाली रोशनी एवं खुशियों का त्यौहार है। तो क्यों ना हम अपने घरों में रंगोली बनाएं एवं दिए जलाकर घर को सुसज्जित करें ना कि पटाखे फोडक़र प्रदूषण फैलाएं।