नईदिल्ली, १९ सितम्बर ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले एक साल में मिले उपहारों और स्मृति चिह्नों की नीलामी में लोगों को हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने गुरुवार को कहा कि इस नीलामी से मिलने वाली धनराशि का उपयोग नमामि गंगे (राष्ट्रीय गंगा कोष) पहल में किया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए लोगों से नीलामी में बोली लगाने का अनुरोध किया। एक्स पर पीएम मोदी ने कहा, हर साल, सार्वजनिक कार्यक्रमों में मिलने वाले उपहारों की मैं नीलामी करता हूं। नीलामी में मिलने वाली धनराधि का उपयोग नमामि गंगे पहल में किया जाएगा। आपको जिन चीजों में दिलचस्पी है उसमें आप बोली लगा सकते हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने यह परंपरा तब शुरू की थी, जब वे मुख्यमंत्री थे। उन्हें जो उपहार मिलते हैं उन्हें नीलामी के माध्यम से लोगों को वापस कर दिया जाता है और उससे अर्जित धन का इस्तेमाल गंगा नदी की सफाई जैसे नेक कार्य के लिए किया जाता है। ऐसी नीलामी छठी बार आयोजित की जा रही है, और इसके माध्यम से जुटाई गई धनराशि राष्ट्रीय गंगा कोष में दान की जाएगी। पीएम मोदी को मिलने वाले उपहारों और स्मृति चिह्नों में पैरालंपिक पदक विजेताओं के जूते और अन्य वस्तुओं से लेकर राम मंदिर की प्रतिकृति और चांदी की एक वीणा शामिल है। नीलामी के लिए रखी जानी वाली इन वस्तुओं का कुल आधार मूल्य लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है।
प्रधानमंत्री मोदी को पिछले एक साल में तोहफे में मिली करीब 600 वस्तुएं नीलाम की जा रही है। जिन वस्तुओं का आधार मूल्य सबसे ज्यादा रखा गया है, उनमें पैरालिंपिक कांस्य पदक विजेता नित्या श्री सिवन और सुकांत कदम के बैडमिंटन रैकेट के अलावा रजत पदक विजेता योगेश खातुनिया का ‘डिस्कस’ शामिल है। इनका आधार मूल्य 5.50 लाख रुपये के आसपास तय किया गया है। सबसे कम आधार मूल्य वाले उपहार में सूती अंगवस्त्रम, टोपी और शॉल शामिल हैं, जिनकी कीमत 600 रुपये रखी गई है। नीलामी पीएम मोदी के जन्मदिन यानी की 17 सितंबर को शुरू हुई और यह दो अक्तूबर को समाप्त होगी।