नईदिल्ली, 0५ जून ।
लगातार तीसरी बार राजग के स्पष्ट बहुमत से साथ जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ कर दिया है कि पिछले 10 सालों से जारी जनकल्याणकारी, महिला सशक्तीकरण और विकास की योजनाओं को जारी रखा जाएगा। विकसित भारत के निर्माण का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि यह रुकने का, थमने का समय नहीं है।प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचारियों को मिल रहे राजनीतिक समर्थन पर चिंता जताते हुए साफ किया कि तमाम चुनौतियों के बाद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। पिछली बार की तुलना में कम सीटें मिलने पर विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा ने अकेले जितनी सीटें जीती हैं, उतनी सीटें एकजुट विपक्ष भी नहीं जीत नहीं पाया। कांग्रेस को आईना दिखाते हुए प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा और सहयोगी दलों की जीत का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में कांग्रेस का सूपड़ा पूरी तरह से साफ हो गया है और हालात यह है कि उनके उम्मीदवारों के लिए जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया। उन्होंने केरल में पहली बार एक सीट पर जीत को कई पीढिय़ों से कार्यकर्ताओं के संघर्ष और बलिदान का परिणाम बताया।चुनाव प्रक्रिया पर विपक्ष के लगातार हमलों के बीच निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग का आभार जताते हुए प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया में भारत की साख में चार चांद लगाने वाला बताया।
प्रधानमंत्री ने साफ किया कि यह जनादेश पिछले 10 सालों से उनके नेतृत्व में राजग सरकार की नीतियों के प्रति जनता का समर्थन है। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे और एजेंसियों की कार्रवाई का सामना कर रहे नेताओं की एकजुटता और उन्हें मिल रहे राजनीतिक समर्थन के प्रति चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे नेताओं के महिमामंडन और निर्लज्ज समर्थन से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कठिन हो गई है, लेकिन इसके बावजूद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया, डीबीटी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से भ्रष्टाचार पर काफी हद तक रोकने में सफलता मिली है। प्रधानमंत्री ने राजग की तीसरी बार की जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि 1962 के बाद पहली बार लगातार दो बार सत्ता में आने के बाद तीसरी बार किसी सरकार को जीत मिली है।प्रधानमंत्री ने बिहार और आंध्र प्रदेश में राजग के शानदार प्रदर्शन का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को दिया।