
प्रतापपुर। प्रतापपुर क्षेत्र में खनिज व राजस्व विभाग की मिलीभगत से केवरा, गोंदा व भैसामुड़ा स्थित बांकी नदी से रेत माफिया द्वारा खुलेआम रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है। रेत माफिया इस गोरखधंधे को प्रशासन की नाक के नीचे अंजाम दे रहे हैं पर किसी भी अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है। बिना किसी वैध दस्तावेज के एक्सीवेटर मशीन द्वारा बांकी नदी से रेत का अंधाधुंध खनन कर रेत को दर्जनों हाइवा व टीपर जैसे वाहनों में भरकर बनारस मार्ग से उत्तर प्रदेश की ओर भेजा जा रहा है। साथ ही रेत को स्थानीय स्तर पर भी बेचा जा रहा है। बांकी नदी के आसपास के कई स्थानों पर बिना अनुमति के बड़े पैमाने पर रेत का भंडारण किया गया है। अवैध रूप से किए जा रहे रेत के इस कारोबार से जुड़े कई पुराने रेत माफियाओं के नाम भी सामने आ रहे हैं। बिना किसी वैध दस्तावेज व बांकी नदी क्षेत्र से लगी पंचायतों की अनुमति के बगैर बांकी नदी से रेत के अवैध उत्खनन का स्थानीय ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों ने लगातार विरोध करते हुए राजस्व व खनिज विभाग पर रेत माफियाओं से कमीशन लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की है। इस संबंध में जानकारी के लिए जिला खनिज अधिकारी अजय रंजन दास को कई बार फोन लगाया गया पर उन्होंने हर बार फोन काट दिया। बता दें कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग के निर्देश पर बनारस मार्ग पर स्थित सभी थाना व चौकी क्षेत्र में आने जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। पर आश्चर्य का विषय है कि रोजाना दर्जनों की संख्या में हाइवा व टीपर वाहन में बिना किसी वैध दस्तावेज के क्षमता से अधिक रेत भरकर बनारस मार्ग से यूपी की ओर ले जाए जा रहे रेत वाहनों की तलाशी व कार्रवाई पर पुलिस का ध्यान नहीं है। क्षेत्र में अवैध रेत खनन एवं परिवहन करने की सूचना मिली है। जल्द ही अवैध रूप से रेत का कारोबार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।