कोरबा। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना कौशल विकास के साथ स्वावलंबन को नई दिशा देने से संबंधित है जिस पर लगातार काम किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत कई ट्रेड निर्धारित किए गए हैं जिनमें महिलाओं को प्रशिक्षण देने के साथ आगे भी दिशा दी जानी है। कोरबा के लाइवलीहुड कॉलेज परिसर में इन दिनों महिलाएं मालाकार का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। यह महिलाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच और उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं से काफी खुश है।
लाइवलीहुड कॉलेज कोरबा में पिछले कई वर्षों से संचालित है जिसके माध्यम से आजीविका विकास को लेकर काम किया जा रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार के आर्थिक सहयोग से कई योजनाओं पर काम जारी है और इसके माध्यम से अब तक बड़ी संख्या में हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। इसके साथ ही महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अलग-अलग स्तर पर मार्गदर्शन दिया जा रहा है। वर्तमान में यहां मालाकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें महिलाएं काफी दिलचस्पी ले रही हैं। कोरबा की निशु राठौर अपनी जरूरत के लिए इस प्रशिक्षण में शामिल हो रही हैं। उन्होंने बताया कि वह यहां उपस्थिति दर्ज करने के साथ अब तक बहुत कुछ सीख चुकी हैं। मास्टर ट्रेनर के रूप में सावित्री पाल जिम्मेदारी निभा रही हैं। मीडिया से बातचीत करते हुए सावित्री ने बताया कि मालाकार एक ऐसी विधा है जिसके अंतर्गत आप अलग-अलग प्रकार की मलाई बनाने और उसके माध्यम से अपना एक स्थापित व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। पीएम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण लेने वालों को प्रतिदिन 500 रुपए के हिसाब से स्कॉलरशिप दी जा रही है और बाद में उन्हें डेढ़ से 2 लख रुपए की वित्तीय सुविधा भी मिलेगी। सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में कई प्रकार की चुनौतियां कायम है और इनसे निपटने के लिए अलग-अलग स्तर पर कोशिश की जा रही है। देश में आधी संख्या महिलाओं की है और ऐसे में देश के चाहोमुखी विकास के मामले में उनकी भूमिका सुनिश्चित भी हो रही है। इसलिए सरकार की बहुत सारी योजनाएं महिलाओं पर केंद्रित है।