बदलते समय के साथ लोगों की लाइफस्टाइल भी पूरी तरह बदल गई है. पहले जहां लोग घर पर बने खाने को खाना ज्यादा पसंद करते थे, वहीं अब बाहर के खाने का ट्रेंड बहुत ज्यादा है. लेकिन क्या आपको पता है न केवल ये खाना आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता बल्कि जिन प्लास्टिक के कंटेनर में ये पैक किया जाता है वो भी आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं.
एक अध्ययन के मुताबिक, प्लास्टिक के कंटेनर से खाना खाने से कंजेस्टिव हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ सकता है. यानि आपको अगर बाहर से पैक होकर आए प्लास्टिक के कंटेनर में खाना खाने के आदत है तो इसे तुरंत बदल लें. इतना ही नहीं अगर आप प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाते हैं या खाना स्टोर करते हैं तो ये आदत सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
प्लास्टिक के कंटेनर या डिब्बे में खाना रखने से क्या होता है?
साइंस डायरेक्ट डॉट कॉम में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कंजेस्टिव हार्ट फेलियर का खतरा आंत में होने वाले बदलावों के कारण होता है.प्लास्टिक में मौजूद केमिकल्स शरीर में हार्मोनल असंतुलन कर सकते हैं. क्योंकि प्लास्टिक के बर्तनों में बीपीए और फथलेट्स जैसे केमिकल्स होते हैं. इसके साथ ही मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
क्या होता है कंजेस्टिव हार्ट फेलियर?
रिपोर्ट के मुताबिक कंजेस्टिव हार्ट फेलियर में हृदय शरीर की जरूर के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में खून को पंप नहीं कर पाता है. ऐसी स्थिति को ही हार्ट फेलियर कहते हैं. इस दौरान फेफड़ों और पैरों में खून और तरल पदार्थ जमा होने लगता है. इसे ऐसे समझिए की इस समय आपका दिल काम तो कर रहा होता है लेकिन यह उतना ब्लड पंप नहीं कर पाता जितना उसे करना चाहिए. इसके चलते शरीर के दूसरे हिस्सों में खून जमा होने लगता है. ये कंडीशन आगे चलकर काफी घातक साबित होती है. इससे इंसान की जान तक जा सकती है.
चूहों पर भी हो चुका है शोध
चीनी शोधकर्ताओं ने प्लास्टिक के बॉक्स से होने वाली शारीरिक नुकसानों को लेकर चूहों पर शोध किया था. इसमें पता चला की प्लास्टिक के संपर्क में आने से कंजेस्टिव हार्ट फेलियर का जोखिम काफी हद तक बढ़ जाता है.