
जांजगीर । किसान के करोड़ों रुपए की जमीन को फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने का आरोप लगाते हुए किसान ने सिटी कोतवाली में ज्ञापन में सौपा है। किसान का कहना है कि 2 एकड़ जमीन को रजिस्ट्री कर नामांकरण भी कर दिया गया है। किसान संबंधित पर कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली में ज्ञापन सौंपा है।
जिला मुख्यालय से लगे पिसौद के किसान श्यामलाल साहू ने बताया कि गांव पिसौद में कुल 2.15 एकड़ भूमि स्थित है। जो कि नेशनल हाईवे से लगा हुआ है। चोलाराम कश्यप, शिवकुमार कश्यप एवं राजकुमार सारथी निवासी जांजगीर जमीन को खरीदने के इरादा से पहुंचे। पूरे जमीन की एक लाख सात हजार रुपए प्रति डिसमिल के हिसाब से खरीदने का सौदा हुआ। जिस पर सहमत हो गया। फिर उन्होंने जमीन खरीदी बिक्री का दस्तावेज के लिए जांजगीर जाने की बात कही। साथ ही वहां 3 लाख रुपए एडवांश देने की भी बता कही गई। भरोसा करके जांजगीर 6 अप्रैल को गया, जहां अमित सराफ एवं चंद्रकांत चंद्रा से चारों लोगों से मेरा परिचय कराया और आश्वासन दिया कि जमीन एक लाख सात हजार रुपए प्रति डिसमिल के भाव से खरीद लेंगे। 3 लाख रुपए ले लो, बाकी रजिस्ट्री के समय दिया जाएगा। किसान ने बताया कि जमीन की कुल कीमत 2 करोड़ 30 लाख 5 हजार रुपए की है। उतने में ही सभी लोगों द्वारा सौदा किया गया था। कूटरचित मुख्तियारनामा के आधार पर विक्रय पत्र के आधार रजिस्ट्री कराई गई। 6 अप्रैल को सभी 6 लोग जांजगीर में उपस्थित थे और उसी समय चंद्र कांत द्वारा 8 लाख 19 हजार 350 रुपए का चेक दिया गया। शेष रकम 13 लाख 61 हजार 300 रुपए नगद दिया गया। इसके बाद उसमें एक व्यक्ति चोलाराम कश्यप ने अपने घरेलू खर्च के नाम पर 2 चार दिन में रकम वापस कर देने की बात कहते हुए 5 लाख रुपए नगद एवं 5 लाख रुपए बैंक से प्राप्त किया था। 13 अप्रैल को जानकारी के बिना मुक्तयारनामा के माध्यम से विक्रय पुत्र का पंजीयन कराया गया। जिसमें मुक्तयारनामा जिसे महादानामा बताया गया था। इसके बाद चाम्पा में नोटरी के पास साइन कर सत्यापित कराकर दिया गया। चाम्पा में इकरारनामा क्यों लिखवा रहे हो पूछने पर बताया कि अभी रजिस्ट्री करने में थोड़ा टाइम है। इसलिए चाम्पा में ही लिखाया जा रहा है। रजिस्ट्री बाद में होगा, अभी केवल एड़वांश दिया जा रहा कहते हुए सभी छह लोगों ने मुख्तियारनामा में साइन करा लिया गया। बाद में पता चला की सभी 6 लोगों के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री हो गई है। जिस पर किसान ने कोतवाली में ज्ञापन में सौंपकर सभी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सौदा रकम वापस करने की मांग की है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी का कहना है कि शिकायत मिली है। जांच कर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
उप पंजीयक की भूमिका भी संदिग्ध
किसान श्याम लाल साहू ने बताया कि जमीन की कीमत लगभग 2 करोड़ 30 लाख 5 हजार रुपए है। सभी लोगों द्वारा सौदा किया गया था और कुटरचित मुख्त्यारनामा के आधार पर विक्रय पत्र की रजिस्ट्री कराई गई है। जमीन की ऋण पुस्तिका मेरे पास ही थी और बिना ऋण पुस्तिका के विक्रय पत्र का पंजीयन छल करते हुए करा दिया गया। इस षडयंत्र में उप पंजीयक जांजगीर भी शामिल है।






















