वॉशिंगटन, २९ अक्टूबर ।
दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपींस के बीच बढ़ती दुश्मनी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिकी सेना फिलीपींस की ओर से परमाणु-सशस्त्र चीन से लडऩे के लिए तैयार है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, उनका बयान दक्षिण चीन सागर में एक विवादित गैर-आबादी वाले द्वीप के पास दोनों देशों के जहाजों की टक्कर के बाद आया है। फिलीपींस के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका का रक्षा समझौता दृढ़ है। फिलिपीनी विमान, जहाजों या सशस्त्र बलों पर कोई भी हमला फिलीपींस के साथ हमारी पारस्परिक रक्षा संधि को लागू करेगा। 1951 के आपसी रक्षा समझौते के मुताबिक अमेरिका और फिलीपींस संयुक्त रूप से बाहरी सशस्त्र हमले के खिलाफ अपनी रक्षा करेंगे। इससे पहले रविवार को मनीला के दो सैन्य जहाज एक चीनी जहाज से टकरा गए थे, जो उन्हें विवादित सेकेंड थॉमस शोल तक पहुंचने से रोकने की कोशिश कर रहा था, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण वाणिज्यिक शिपिंग मार्गों के लगा हुआ है।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भेंट की।
व्हाइट हाउस प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि बाइडन ने इस मुलाकात को अच्छे अवसर और सकारात्मक घटनाक्रम के रूप में देखा। दोनों की बैठक एक घंटे तक चली और इसमें अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी शामिल रहे। बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अगले महीने अमेरिका में होने वाले ्रक्कश्वष्ट में मिलने पर भी सहमत हुए हैं।