नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान अपने खिलाफ गढ़े गए फेक नरेटिव को थामने में फेल रहे निर्वाचन आयोग ने आने वाले चुनावों में इससे निपटने के लिए अपनी मुस्तैदी बढ़ा दी है। आयोग ने इसे लेकर एक नई रणनीति तैयार की है। अपने ऊपर लगाए जाने वाले आरोपों, झूठ और दुष्प्रचार पर अब वह चुप नहीं बैठेगा, बल्कि 90 मिनट के अंदर ही उसे ध्वस्त करेगा। आयोग ने यह फैसला ऐसे समय लिया है, जब जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव का एलान हो चुका है, जो सितंबर और अक्टूबर में होना है। आयोग का मानना है कि चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों की ओर से तरह-तरह के झूठ और दुष्प्रचार फैलाने की कोशिश होती है। जो ठीक गुब्बारे की तरह होते हैं। जिन्हें यदि समय रहते फोड़ा नहीं गया तो वे उड़कर ऊंचाई पर चले जाते हैं। इसके बाद उन्हें फोड़ना कठिन हो जाता है।