बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर जिले के औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्ट्री में काम करने वाले पांच कर्मचारियों की हालत बिगड़ गई। आननफानन में उन्हें अस्पलात में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद उनकी सेहत में सुधार है। वहीं, सीओ ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दूसरी ओर उक्त फैक्ट्री के मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताया। औद्योगिक क्षेत्र स्थित सेनरोफो पॉलीमर्स के सुपरवाइजर कुलदीप बैसला ने बताया कि उनके यहां शीशे को पिघलाया जाता है। पड़ोस के ही फैक्ट्री में केमिकल बनाया जाता है। आरोप लगाया कि पड़ोसी फैक्ट्री से निकलने वाली गैस का उनके कर्मियों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। शिकायत के बाद भी दूसरी फैक्ट्री प्रबंधन ने निकलने वाली गैस का कोई समाधान नहीं किया। शनिवार को गैस से कंपनी में काम कर रहे पांच कर्मियों को उल्टी, खांसी के साथ ही सांस लेने में परेशानी होने लगी। हालत बिगड़ने पर सूरज निवासी गांव मिरथल, हरेंद्र यादव निवासी गांव रतसा जिला बलिया, मुनेश निवासी गांव फरीदाबाद जिला मथुरा, रामाधर और तरकेश निवासी कुशीनगर को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डॉ. कपिल कुमार शर्मा ने बताया कि जब कर्मियों को अस्पताल लाया गया, तो उनका ऑक्सीजन लेवल कम था। ब्लड प्रेशर भी डाउन था। सभी कर्मियों को ऑक्सीजन दी गई। उनकी हालत खतरे से बाहर है। वहीं, सीओ पूर्णिमा सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दूसरी ओर दूसरी फैक्ट्री के मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताया।