आगरा, १० नवंबर ।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लोगों को फर्जी सैनिक आश्रित कार्ड बनाकर देने वाले फर्जी फौजी को शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। फर्जी फौजी सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसता था। उस पर पहले दुष्कर्म और ठगी के मुकदमा दर्ज हैं। आरोपी पर सदर थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। सेना की इंटेलिजेंस भी जांच में जुटी है। आरोपी सैन्य आश्रित लाभ और कैंटीन में नौकरी का लालच देकर लोगों को जाल में फंसाता था। एसटीएफ आगरा को सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति लोगों को सेना के फर्जी आश्रित कार्ड बनाकर दे रहा है। इन फर्जी कार्डों के जरिए लोगों ने सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश किया है। इंस्पेक्टर एसटीएफ यतींद्र शर्मा ने बताया कि छानबीन में किसी व्यक्ति द्वारा लोगों को दो से तीन हजार में आश्रित कार्ड बनाकर देने की जानकारी हुई।
सेना के मृतक आश्रितों का लाभ मिलने और प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर काम करने की छूट का लालच दिया गया था। सुरक्षा में बड़ी सेंध मानकर टीम ने फर्जी कार्ड धारकों से पूछताछ और आरोपी का हुलिया पता किया और तलाश में जुट गई। आरोपी की पहचान फरह, मथुरा के विक्रम सिंह के रूप में हुई। गिरफ्तारी के बाद जानकारी हुई कि वो पहले दो बार दुराचार और एक बार ठगी के आरोप में जेल जा चुका है। शिकायत के आधार पर थाना सदर पुलिस मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है। सूचना मिलने के बाद सेना की इंटेलिजेंस भी थाने पहुंच कर आरोपी से पूछताछ कर रही है।
आरोपी फर्जी फौजी विक्रम सिंह जब एसटीएफ को मिला तो वो बाइक पर फौजी की ड्रेस में था। पहले उसने टीम पर भी रसूख जताने का प्रयास किया पर सफल नहीं हुआ। आरोपी ने अब तक कितनों के कार्ड बनाए और उनमें से कोई आतंकी तो नहीं था। इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं। उसे सेना की कार्यशैली की इतनी जानकारी कैसे थी। इसके बारे में भी पूछताछ की जा रही है।आगरा। माल रोड पर लगे स्मार्ट सिटी के सिग्नल और सीसीटीवी कैमरों के जंक्शन बाक्स ट्रांसफार्मर और बैटरी चोरी करने वाले तीन चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से छह बैटरी और मय ट्रांसफार्मर के बरामद की हैं। इंस्पेक्टर रकाबगंज इंद्रजीत सिंह ने बताया कि देवरी रोड के वीरू, नीरज और बल्देवनगर, गोबर चौकी के मुकेश को पुलिस ने गश्त के दौरान पकड़ा है। आरोपी चोरी का माल बेचने के लिए क्षेत्र में आए थे। इन्होंने 28 अगस्त और छह नवंबर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का सामान चोरी किया था। सदर थाना में भी इनके द्वारा चोरी करने के मुकदमा दर्ज हैं।