नेत्र रोग विशेषज्ञ अंकिता ने दी जानकारी
कोरबा। खाने के मामले में बहुत नाक मुह सिकोड़ते हैं और बाहर का जंकफूड और पैकेज्ड उन्हें खूब पसंद आता है। लेकिन लगातार अनहेल्दी फूड की वजह से बच्चों के शरीर में विटामिन्स की कमी होने लगती है। रोज के खाने को छोडक़र बच्चे प्रोसेस्ड और शुगर वाली चीजों को खाना पसंद करने लगते हैं। विटामिन-ए एक ऐसा जरूरी विटामिन है, जो शरीर खुद नहीं बना सकता है। इसलिए बच्चों के आहार में विटामिन-ए युक्त चीजों को शामिल करना जरूरी है। अगर बच्चों में इसकी कमी होती है, तो उन्हें गंभीर समस्या झेलनी पड़ सकती है। बच्चों में विटामिन-ए की कमी के कारण, लक्षण और उपाय को लेकर हमने कोरबा मेडिकल कॉलेज में पदस्थ नेत्र रोग विशेषज्ञ अंकिता कपूर से बात की।इन दिनों बच्चों में हो रही विटामिन-ए की कमी को लेकर नेत्र रोग विशेषज्ञ ने बताया की बच्चों को सही और पौष्टीक आहार नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण बच्चों मे विटामिन-ए की कमी हो रही है। इसकी कमी से बच्चों के आंखों की रोशनी भी जा सकती है। . इस ओर पैरेंट्स को खास ध्यान देना चाहिए, क्योंकि विटामिन-ए एक ऐसा जरूरी विटामिन है, जिसे शरीर खुद नहीं बना सकता है। इसलिए बच्चों के आहार में विटामिन-ए युक्त चीजों को शामिल करना जरूरी है।.इसके प्रभाव से बच्चों को रात मे कम दिखना, जिसे रतौंधी भी कहा जाता है, हो सकती है। इस तरह की स्थिति भविष्य के लिए खतरनाक हो सकती है।