
चमोली, 03 मार्च ।
चमोली जिले में स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बद्रीनाथ मंदिर में हिमस्खलन की आशंका के चलते शंख बजाने पर रोक लगा दी गई है। जहां एक ओर शंख बजाने का भगवान विष्णु से विशेष संबंध बताया जाता है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय पुजारी ने कहा है कि बद्रीनाथ मंदिर में शंख बजाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि मंदिर धार्मिक प्रथाओं और वैज्ञानिक तर्क दोनों के प्रति प्रतिबद्ध है। बर्फबारी और शंख की ध्वनि के बीच संबंध बताते हुए पुजारी ने कहा कि स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार शंख से उत्पन्न कंपन से आसपास के पहाड़ी क्षेत्र में हिमस्खलन हो सकता है। यह विश्वास हमारी परंपराओं में गहराई से निहित है और भक्तों और स्थानीय लोगों द्वारा समान रूप से गंभीरता से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि मंदिर में आने वाले भक्तों को चेतावनी दी जा रही है कि ऐसे संवेदनशील वातावरण में छोटी-छोटी हरकतें भी बड़ा असर डाल सकती हैं। पर्यावरणविद् और चिपको आंदोलन के नेता चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा कि बद्रीनाथ के मुख्य मंदिर को छोडक़र बद्रीपुरी का एक बड़ा हिस्सा हिमस्खलन के खतरे में है।