बलरामपुर, २८ जुलाई [एजेंसी]।
पांच बार पत्र जारी करने के बाद भी यू-डायस पोर्टल पर छात्रों, शिक्षकों व संसाधनों का ब्योरा अपलोड करने से 34 मदरसे कतरा रहे हैं। इसमें से 22 मदरसे नेपाल सीमा से सटे विकास खंडों में संचालित हैं जबकि 12 मदरसे जनपद के अन्य विकास खंडों में स्थित है। प्रशासन ने काल्पनिक छात्र के माध्यम से मदरसा संचालन की आशंका जताई है। अल्पसंख्यक विभाग ने कड़ा रुख अपना लिया है।31 जुलाई तक यू-डायस पोर्टल पर शिक्षकों, छात्रों व मदरसों के संसाधनों का ब्योरा अपलोड नहीं कराया तो इनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। यहां 497 मदरसों का संचालन है, इसमें 463 मदरसों ने यू-डायस पोर्टल पर छात्रों, शिक्षकों व कर्मचारियों की संख्या के साथ संसाधनों का ब्योरा अपलोड करा दिया है।पांच बर 21 फरवरी, 29 फरवरी, तीन मार्च, एक मई व 23 मई को पत्र जारी करने के बाद भी 34 मदरसों के संचालक अब तक यू-डायस पोर्टल पर ब्योरा अपलोड नहीं किया है। नेपाल सीमा से सटे विकास खंड हरैया सतघरवा के चार, तुलसीपुर के छह, गैंसड़ी के आठ व पचपेड़वा के चार और सदर के एक, उतरौला नगर के एक, श्रीदत्तगंज के छह, उतरौला ग्रामीण के दो व रेहरा बाजार के दो मदरसों को अंतिम पत्र जारी किया गया है।31 जुलाई तक ब्योरा अपलोड न करने पर इनकी मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी गई है। वर्ष 2021-22 में सभी मदरसों में 65 हजार 878 छात्र पंजीकृत थे।
वर्ष 2022-23 में 34 मदरसों का ब्योरा अपलोड न होने से 20 हजार 763 छात्रों की संख्या घट गई है। अब मदरसों में छात्रों की संख्या 45 हजार 115 रह गई है। 34 मदरसों ने अब तक यू-डायस पोर्टल पर छात्रों व शिक्षकों की संख्या, आधार, नाट स्टार्टेड, रिपीट स्टूडेंट, डुप्लीकेट स्टूडेंट, डुप्लीकेट टीचर, स्कूल प्रोफाइल, टीचर प्रोफाइल व स्टूडेंट प्रोफाइल का डाटा फीड नहीं कराया है। यू डायस प्लस डाटा फीडिंग का कार्य नहीं कराया जाता है तो यह मानते हुए कि काल्पनिक छात्र-छात्राओं को दर्जकर मदरसा संचालन किया जा रहा है, उन मदरसों का यू-डायस कोड निरस्त करते हुए मान्यता रद्द करने की संस्तुति मदरसा बोर्ड को भेज दी जाएगी। यशवंत मौर्य, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी।