बलौदाबाजार, १1 जून ।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में कलेक्टर-एसपी दफ्तर में तोडफ़ोड़ व आगजनी के बाद 120 उपद्रवी हिरासत में लिए गए हैं। आरोपितों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है। ड्रोन कैमरों से मिले फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है। प्रदर्शन के आयोजकों से भी पूछताछ की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर तैनात हैं। पुलिस का दावा है कि हिंसा सुनियोजित थी। आठ हजार की भीड़ में शामिल उपद्रवी पेट्रोल डीजल लेकर आए थे। विपक्ष ने पूरे मामले में सरकार की लापरवाही पर ठीकरा फोड़ा है। इधर, चर्चा है कि बलौदाबाजार एसपी-कलेक्टर पर गाज गिर सकती है। राज्य सरकार ने पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए हैं। सतनामी समाज ने घटना के दूसरे दिन भी सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सतनामी समाज के उग्र प्रदर्शन के सरकार एक्शन में आ गई है।
जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। इधर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बलौदा बाजार में सतनामी समाज के बवाल के बाद उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, मंत्री दयाल दास बघेल, मंत्री टंकराम वर्मा देर रात घटनास्थल का जायजा लेने कलेक्टररेट परिसर पहुंचे। उपमुख्यमंत्री ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। बलौदाबाजार में पिछले 17 मई से चल रहा सतनामी समाज का प्रदर्शन सीबीआई जांच की मांग को लेकर सोमवार शाम को उग्र हो गया।
प्रदर्शनकारियों ने सोमवार की शाम कलेक्टर और एसपी कार्यालयों में आग लगा दी। पथराव किया, 200 से अधिक दोपहिया और करीब 50 चारपहिया वाहनों को फूंक दिया। इससे दोनों कार्यालयों में रखे अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी नष्ट हो गए। प्रदर्शनकारियों ने लगभग एक घंटे तक बलौदाबाजार कलेक्टर परिसर व शहर के कई इलाकों में तोडफ़ोड़ की। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन तथा पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से वहां के हालात की जानकारी ली।