
वृंदावन, 2३ दिसम्बर । बीत रहे वर्ष की विदाई और नए वर्ष के स्वागत के लिए ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे लगी है। धक्का-मुक्की कर श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। छह फीट से ऊंची रेलिंग फांदी। बांकेबिहारी मंदिर के लिए वन वे रूट के साथ ही श्रद्धालुओं के आगमन को बाजार में रेलिंग लगा दी गई हैं। जगह-जगह बैरियर पर पहले ही श्रद्धालु रोके जा रहे हैं। शनिवार से भीड़ और उमड़ेगी, ऐसे में वृंदावन में पैदल चलना भी मुश्किल होगा। सुबह पौने नौ बजे मंदिर के पट खुले। इससे पहले ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर के आसपास पहुंच गए थे। बाहर गलियों में पैर रखने की भी जगह नहीं बची। दोपहर एक बजे मंदिर के पट बंद हुए, तब तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु आराध्य के दर्शन से वंचित रह गए। शाम को साढ़े चार बजे पट खुले तो फिर वही हालात बन गए। साढ़े आठ बजे पट बंद होने तक श्रद्धालुओं के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई। आज शनिवार से और भीड़ बढऩे के कारण प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मंदिर आने वाले रास्तों पर लोहे की रेलिंग लगा दी गई है। बैरियर पर पहले ही श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है। श्रद्धालु बढऩे के कारण होटल और गेस्ट हाउस पूरी तरह फुल हो चुके हैं। कहीं होटलों में यदि कमरे खाली हैं तो वह कई गुणा शुल्क वसूला जा रहा है। इस बार वर्ष के अंत में श्रद्धालु सबसे अधिक आने की संभावना को देखते हुए बाजार भी तैयार है। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के आसपास के इलाकों में रह रहे लोगों को शनिवार के बाद से भीड़ के चलते मंदिर खुलने के समय घरों में कैद होकर रह जाएंगे। गलियों में पैर रखने की भी जगह नहीं बची है।