अगरतला, २४ दिसम्बर ।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश पर त्रिपुरा का 200 करोड़ रुपये बिजली बिल बकाया है, लेकिन आपूर्ति रोकने पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के साथ एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड के माध्यम से त्रिपुरा राज्य बिजली निगम लिमिटेड द्वारा हस्ताक्षरित समझौते के अनुसार त्रिपुरा पड़ोसी देश को 60-70 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करता है।साहा ने कहा कि बकाया राशि हर दिन बढ़ती जा रही है। यह पूछे जाने पर कि अगर ढाका बकाया भुगतान करने में विफल रहता है तो क्या सरकार आपूर्ति रोक देगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, यह नहीं पता कि अगर बकाया नहीं चुकाया गया तो हम आपूर्ति कब तक जारी रख पाएंगे। त्रिपुरा ने मार्च 2016 में बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति शुरू की थी।असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पुलिस ने अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में दो अलग-अलग अभियानों में पांच बच्चों सहित 22 बांग्लादेशियों को पकड़ा है। बेंगलुरु से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद अंतरराज्यीय आवाजाही में 16 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया, वे दक्षिण सलामर जिले की ओर जा रहे थे। महाराष्ट्र के ठाणे में अवैध रूप से रहने के आरोप में एक महिला सहित आठ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गुप्त सूचना और शिकायत के आधार पर शनिवार और रविवार को भिवंडी शहर के काल्हेर और कोनगांव में छापेमारी की।अगरतला रेलवे स्टेशन पर तीन बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में अवैध प्रवेश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और खुफिया विभाग के संयुक्त अभियान के बाद यह गिरफ्तारी की गई है।पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों की पहचान नोआखली के छोटन दास (19) और बिष्णु चंद्र दास (20) और हबीगंज के मोहम्मद मालेक (30) के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि ये तीनों अन्य राज्यों की ट्रेन पकडऩे के लिए स्टेशन पहुंचे थे।
शुरुआती जांच में पता चला है कि इन्हें कोलकाता जाना था। गिरफ्तारी के बाद तीनों को आगे की पूछताछ के लिए अगरतला जीआरपी पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
अधिकारियों को शक हैकि इस मामले में और भी लोग जुड़े हो सकते हैं। अगरतला जीआरपी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।