
परियोजना क्षेत्र को मिल रहा लाभ
कोरबा। वेदांत समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम उत्पादन कंपनी (बालको) के द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत कई गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसके माध्यम से अलग-अलग वर्गों को कार्यक्रम से जोडक़र लाभान्वित किया जाना जारी है।
बालको की बागवानी परियोजना को लांच करने के पीछे अधिकारियों की सोच ने काम किया। उनका मानना था कि बालकोनगर के साथ-साथ परियोजना क्षेत्र कवर्धा के अंतर्गत बड़े हिस्से में छोटे उत्पादक बागवानी फसल लेते हैं और इससे अपनी जीविका चलाते हैं। बालको की टीम ने अपने जानकारों के साथ संबधित क्षेत्रों का विजिट किया। बागवानी फसल लेने वाले उत्पादकों से चर्चा की। पूछा गया कि वे कितने समय से इस काम में हैं और वर्ष भर में उत्पादन से कितनी आमदनी अर्जित कर लेते हैं। इस दौरान परिणाम निराशाजनक प्राप्त हुए। जिस पर बालको के द्वारा किसानों को बेहतर फसल उत्पादन करने के साथ-साथ उनके उत्पादन क्षेत्र का तकनीकी परीक्षण कराया गया। मौके की कमियों को दूर करने के साथ तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा संबंधित लोगों को अलग-अलग सब्जी के उन्नत बीज व उर्वरक प्रदाय कराई गई। खेती के सबसे सफलतम उपाय बताने के साथ इस बात पर जोर दिया गया कि समयबद्ध कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ा जाए। ऐसा करने से निश्चित रकबे में औसत से कहीं ज्यादा फसल प्राप्त की जा सकती है और पूर्व की तुलना में न केवल आमदनी बढ़ेगी बल्कि उनकी चुनौतियां कम होगी। सीएसआर कार्यक्रम के तहत शुरू की गई बागवानी परियोजना के इन वर्षों में चौकाने वाले परिणाम सामने आए जबकि तकनीकी मार्गदर्शन के साथ काम करने पर किसानों को आशाजनक सफलता प्राप्त हुई। उन्होंने भविष्य के लिए नई उम्मीदों को देखा और अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार किया।
बाजार में हुआ उपलब्ध
उन्नति परियोजना से जुडक़र काम करने वाले किसानों के लिए सकारात्मक पक्ष यह रहा कि आसपास में ही बाजार प्राप्त हो गया है जहां पर वे अपने उत्पाद को बेचने का काम करते हैं। बड़ी संख्या में किसान बागवानी परियोजना से जुडक़र आगे बढ़ते हुए अपने आर्थिक स्तर को मजबूत कर रहे हैं।