Oplus_0

कोरबा! वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने ईसीसीई कार्यक्रम को बढ़ावा देने हेतु आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया। प्रशिक्षण नंद घर परियोजना के व्यापक उद्देश्य, बच्चों के बेहतर देखभाल को सुनिश्चित करते हुए नंद घर में पोषण और बेहतर वातावरण बनाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आवश्यक कौशल तथा ज्ञान प्राप्त करने पर केंद्रित था। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से आयोजित कार्यशाला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी प्रथाओं को शामिल करने और व्यवहार परिवर्तन की शुरुआत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण से ईसीएस कार्यक्रमों को लागू करने में सहायक हैं। 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं (एडब्ल्यूडब्ल्यू) के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने का एक मंच के रूप में काम किया तथा नंद घर के बेहतर उपयोग को बढ़ाने के लिए विचारों के आदान-प्रदान को सुनिश्चित किया गया। 3 नंद घर के सदस्यों तथा 29 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा में इसकी भूमिका को समझना। नंद घर, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) के मॉडल को अपनाते हुए सर्वांगीण बाल विकास को बढ़ावा दे रहा है। प्रारंभिक बाल्यावस्था में बच्चों का उद्दीपन (ईसीएस), 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के संज्ञानात्मक, शारीरिक और सामाजिक विकास को उद्दीपन करने की तकनीक और अभ्यास में इसके महत्व के बारे में जानना।
ऐसी तरीकों की खोज जो बच्चों के सर्वांगीण विकास का समर्थन करती हैं जिसमें नैतिक और भावनात्मक विकास भी शामिल है। नंद घर में अनुकूल सीखने का माहौल बनाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश। निरंतर उद्दीपन और सीखने को सुनिश्चित करने के लिए एक मासिक कार्यक्रम कैलेंडर तैयार करना। आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को आकार देने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका और बचपन के विकास को बढ़ावा देने में उनकी जिम्मेदारी सुनिश्चित करना।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि सामुदायिक विकास कार्यक्रम कंपनी के दृष्टिकोण में शामिल है। हम छत्तीसगढ़ में विभिन्न नंद घर की मदद से बाल विकास का समर्थन कर समुदाय की भलाई को बढ़ावा दे रहे हैं। बच्चे इस देश की भविष्य है, कंपनी उनके विकास के लिए विभिन्न पहल संचालित करता है। वेदांता समूह दिल्ली हाफ मैराथन आयोजित कर रहा है जिसमें ‘रन फॉर जीरो हंगर’ के तहत वन किलोमीटर वन मील (भोजन) का प्रावधान है। कंपनी ने संकल्प लिया है कि प्रत्येक किलोमीटर पर नंद घर के बच्चों को वन मील (भोजन) मुहैया कराया जाएगा।
सुश्री रेणु प्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला और बाल विकास ने वेदांता बालको द्वारा संचालित नंद घर परियोजना की सराहना की। उन्होंने प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के लिए टीम के समर्पण की सराहना की जो एकीकृत बाल विकास सेवाओं को बेहतर तरीके से लागू करता है। 2 दिवसीय ईसीसीई प्रशिक्षण नंदघरों में बच्चों के अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बच्चों को वह समग्र सहायता मिले जिसकी उन्हें बढ़ने के लिए आवश्यकता है। कार्यशाला बाल विकास को बढ़ाने के लिए कार्यकर्ताओं की उपस्थिति और सहभागिता को बढ़ावा दे रही है।