
कोरबा । कलेक्टर अजीत वसंत की दृढ़ इच्छाशक्ति से कोरबा का बाल सम्प्रेक्षण गृह अब स्वयं के सर्वसुविधायुक्त भवन में संचालित हो रहा है, पूर्व में अनेक बर्षों से किराये के कम जगह वाले भवन में बाल सम्प्रेक्षण गृह संचालित होता था, स्थान की कमी के कारण बाल सम्प्रेक्षण गृह में बच्चों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए उन सुविधाओं को मुहैया कराने में कठिनाई होती थी, किन्तु अब स्थिति बदल चुकी है, बाल सम्प्रेक्षण गृह अपने स्वयं के भवन में स्थानांतरित हो चुका है तथा वर्तमान में 51 बच्चें वहॉं पर रखें गए हैं।उल्लेखनीय है कि कोरबा में बाल सम्प्रेक्षण गृह भवन की महती आवश्यकता को देखते हुए जिला खनिज न्यास मद से लगभग 08 करोड़ रूपये की लागत से बाल सम्प्रेक्षण गृह भवन का निर्माण कराया गया था। नगर निगम के कोहडिय़ा स्थित जल उपचार संयंत्र के पीछे स्थित बाल सम्प्रेक्षण गृह भवन का निर्माण कार्य वर्ष 2021 में पूर्ण कर लिया गया था। उक्त भवन तक पहुंचने के लिए पहुंच मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया था, परिणाम स्वरूप भवन का उपयोग नहीं हो पा रहा, जिसके कारण असामाजिक तत्वों के द्वारा भवन में लगे दरवाजे, खिडक़ी, फाल्स सीलिंग, विद्युत फिटिंग व संबंधित सामग्री, सेनेटरी सामग्री, टाईल्स आदि उखाडक़र चोरी कर लिए गए थे, भवन खंडहर स्थिति में पहुंचने की कगार पर था। इसके साथ ही वहॉं पर विभिन्न सुविधाओं का अभाव भी था, जिसके चलते वहॉं पर सम्प्रेक्षण गृह का संचालन संभव नहीं हो पा रहा था। कोरबा जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने उक्त विषय को संज्ञान में लेते हुए नगर निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय के साथ स्थल का निरीक्षण किया, भवन की स्थिति को देखा तथा उन्होने भवन का मरम्मत करने, मुख्य मार्ग से भवन तक सडक़ का निर्माण कराने, पार्किंग शेड, वेटिंग हाल, स्ट्रीट लाईट व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाएं किए जाने के निर्देश दिए, इसके साथ ही कलेक्टर श्री वसंत ने प्रमुख कार्यो हेतु जिला खनिज न्यास मद से अतिरिक्त स्वीकृति भी प्रदान की। आयुक्त श्री आशुतोष पण्डेय ने इस पर तत्काल कार्यवाही प्रारंभ कराई तथा कार्यो की लगातार मानीटरिंग करते हुए कार्यो को तीव्र गति दी, जिसके परिणाम स्वरूप बाल सम्प्रेक्षण गृह भवन का मरम्मत व सुधार कार्य पूरा करने के साथ ही सडक़ का निर्माण का कार्य पूर्ण किया गया एवं भवन में सभी आवश्यक सुविधाओं से जुड़े कार्यो को त्वरित रूप से पूरा कराया गया, अब कोरबा के बाल सम्प्रेक्षण गृह को उक्त भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा वह अपने स्वयं के सर्वसुविधायुक्त भवन में संचालित हो रहा है।उक्त नवनिर्मित बाल सम्प्रेक्षण गृह भवन में बच्चों के आवास के साथ-साथ बच्चों के लिए क्लास रूम, आडियो/वीडियो कक्ष, कम्प्यूटर लैब, किचन, मेस, डायनिंग कक्ष, कन्सलटेंट कक्ष, बच्चों के लिए चिकित्सा सुविधा, बाल सम्प्रेक्षण गृह के वार्डन के लिए आवासगृह, पानी बिजली, शौचालय आदि की पर्याप्त व्यवस्था आदि से जुड़ी सुविधाएं भवन में की गई है।
महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा की उपसंचालक श्रीमती रेणु प्रकाश ने कहा कि अब हमारे बाल सम्प्रेक्षण गृह को किराये के भवन से मुक्ति मिल गई है, बर्षो से बाल सम्प्रेक्षण गृह किराये के भवन में संचांलित होता था, जगह की कमी रहती थी, परिणाम स्वरूप बच्चों के विकास एवं उनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियॉं समुचित रूप से संचालित नहीं हो पा रही थी किन्तु अब स्थिति बदल चुकी है, बाल सम्प्रेक्षण गृह भवन प्रदूषण से मुक्त एवं खुले स्थान पर बना है, भवन मेंं पर्याप्त जगह है, जहॉं पर बच्चों के विकास व शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न गतिविधियॉं अब समुचित रूप से संचालित हो सकेंगी।